अजमेर। राजस्थान के अजमेर में सूफी संत ख्वाजा मोइनुद्दीन हसन चिश्ती के 808वें सालाना उर्स का झंडा बीस फरवरी को दरगाह शरीफ के बुलंद दरवाजे पर परंपरागत तरीके से चढ़ाया जाएगा। झंडा चढ़ाने की रस्म भीलवाड़ा के गौरी परिवार के हाथों निभाई जाएगी।
इस्लामी कलेंडर के जमादि-उल-आखिर महीने का चांद शनिवार रात नहीं दिखाई देने के बाद आज रविवार को चांद रात होने से सोमवार से जमादि-उल-आखिर की शुरुआत होगी और दरगाह शरीफ में उर्स के कार्यक्रमों की स्थिति स्पष्ट हो गई है।
इस हिसाब से 20 फरवरी को उर्स का झंडा चढ़ेगा, 24 फरवरी को जन्नती दरवाजा आम जायरीनों के जियारत के लिए खोल दिया जाएगा और यदि इसी दिन रजब का चांद दिखाई दे गया तो उसी रात से उर्स की रस्में शुरू हो जाएगी। 28 फरवरी को दौरान-ए-उर्स जुम्मे की नमाज अदा की जाएगी।