वाशिंगटन। अमरीकी बमवर्षक विमान बी-52 ने इस सप्ताह अफगानिस्तान में हमलों की एक रिकार्ड श्रृंखला स्थापित की। इस विमान ने तालिबान के ठिकानों पर 96 घंटों में लक्ष्य केंद्रित कर 24 बम बरसाए।
अफगानिस्तान में अमरीकी सेना ने मंगलवार को एक बयान में कहा कि बी-52 स्ट्रैटोफोर्टेस से लक्ष्य को केंद्रित कर 24 बम बरसाए गए, जोकि अमरीकी युद्धक बेड़े में शामिल इस पुराने बम वर्षक विमान से अब तक सबसे ज्यादा बम बरसाने की घटना है। अमरीकी सेना ने यह कार्रवाई तालिबान के आतंकी धन श्रोतों, प्रशिक्षण केंद्रों, और समर्थक नेटवर्क को समाप्त करने के लिए की है।
सीएनएन के अनुसार 185,000 पाउंड के भार वाले बी-52 बमवर्षक विमान को अमेरिकी सेना ने सबसे पहले शीतयुद्ध के समय अपने बेड़े में शामिल किया था। लंबी और ऊंची दूरी से बम बरसाने की क्षमता वाले इस विमान को वास्तव में सोवियत संघ पर बम बरसाने के लिए तैयार किया गया था।
अमेरिका ने नए बी-52 को वर्ष 1962 में अपने बेड़े में शामिल किया और 159 फुट लंबा यह विमान शीतयुद्ध का आईकन बन गया। प्रत्येक विमानों में 70 हजार पाउंड के बमों और मिसाइलों को ले जाने की क्षमता है।
सीएनएन के अनुसार अमरीका ने ये हमले जनवरी माह के अंतिम सप्ताह में तालिबान की ओर से सिलसिलेवार बम हमलों के बाद किया है। इन हमलों में 100 से ज्यादा लोग मारे गए थे।
अमेरिकी सेना के अनुसार तालिबान के युद्धक जगहों के अलावा हमने बडखसान प्रांत के प्रशिक्षण केंद्रों और अफगान नेशनल आर्मी के चुराए गए वाहनों को निशाना बनाया। ये लोग इन वाहनों को हमले के लिए तैयार कर रहे थे।
अफगानिस्तान में अमरीकी सेना के कमांडर जनरल जॉन निकोलसन ने कहा कि तालिबान के पास अब कहीं छुपने की जगह नहीं है। उन्होंने कहा कि इस देश को हानि पहुंचाने वाले किसी भी आतंकवादी समूहों के लिए कोई सुरक्षित पनाहगाह नहीं है।