वाशिंगटन । अमेरिका ने आतंकवादी संगठन अल-कायदा के पूर्व प्रमुख ओसामा बिन लादेन के बेटे हम्जा बिन लादेन को ‘आतंकवाद का भावी सरगना’ करार देते हुए उसकी सूचना देने वालों को 10 लाख डालर इनाम देने की घोषणा की है। पुलवामा आतंकवादी हमले के बाद पाकिस्तान के खिलाफ वैश्विक स्तर पर कूटनीतिक युद्ध छेड़ने वाले भारत के लिए यह अमेरिकी कदम एक बड़ी जीत है।
राजनयिक सुरक्षा के सह सचिव माइकल टी ईवानॉफ ने गुरुवार को एक बयान जारी करके कहा,“कभी ‘क्राउन प्रिंस ऑफ जेहाद’ माने जाने वाले लादेन के बेटे के छिपने के ठिकानों के बारे में पिछले कुछ सालों से रिपोर्टें आ रही हैं। उसके कभी पाकिस्तान अथवा अफगानिस्तान में होने और कभी ईरान में नजरबंद किये जाने की सूचनाएं छन-छन कर आती रहीं हैं।”
आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई से संबंधी प्रकोष्ठ अधिकारी एन. सेल्स ने कहा कि अमेरिका यह घोषणा करके विश्व को संदेश देना चाहता है कि वह आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में कोई कोर कसर नहीं छोड़ेगा और अल-कायदा और उसके नेताओं को समझा देना चाहता है कि उनकी आतंकवादी गतिविधियों के लिए उन्हें जिम्मेदार ठहराने के लिए भी हर संभव कदम उठाये जायेंगे।
हम्जा लादेन की तीसरी पत्नी कैरिया सबर का बेटा है। कैरिया पाकिस्तान के एबटाबाद में लादेन के साथ रह रही थी जहां आतंक का दूसरा नाम बन चुके ओसामा बिन लादेन को 02 मई 2011 को अमेरिका के जांबाज नेवी सील कमांडो ने मौत के घाट उतारा था।