मॉस्को। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप गुरुवार को अचानक अफगानिस्तान दौरे पर पहुंचे हैं। व्हाइट हाउस से मीडिया निदेशक डैन स्कैविनो ने गुरुवार को इसकी जानकारी दी स्कैविनो ने ट्वीट कर कहा, “राष्ट्रपति ट्रंप अफगानिस्तान के बागराम एयरफिल्ड में अमेरिकी सेना से मिले।”
मीडिया निदेशक ने कहा कि ट्रंप ने थैंक्सगिविंग दिवस के दिन वहां मौजूद अमेरिकी सैनिकों को धन्यवाद दिया। रिपोर्ट के मुताबिक अमेरिकी राष्ट्रपति ने अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी से से भी मुलाकात की है।
सुरक्षा कारणों से ट्रंप के आने की पहले से सूचना नहीं दी गई। उल्लेखनीय है कि राष्ट्रपति ट्रंप की यह पहली अफगानिस्तान की यात्रा है। उनसे पहले तत्कालिन राष्ट्रपति बराक ओबाका 2014 में अफगानिस्तान दौरे पर आये थे।
गनी से की मुलाकात
ट्रंप ने अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी से गुरुवार को मुलाकात के दौरान कहा कि अमेरिका ने तालिबान के साथ बातचीत एक बार फिर बहाल की है। व्हाइट हाउस पूल ने इसकी जानकारी दी।
राष्ट्रपति ट्रंप ने गनी से कहा, “तालिबान डील करना चाहता है और इसलिए हमने उसके साथ बैठक की और कहा कि यह संघर्ष विराम से संभव है। लेकिन पहले वह ऐसा नहीं चाहते थे, हालांकि अब तालिबान संघर्ष विराम चाहता है। मुझे विश्वास है कि इससे मामले का हल निकलेगा।”
ट्रंप ने अफगानिस्तान के राष्ट्रपति गनी के साथ बैठक के दौरान इस बात की भी पुष्टि की कि अमेरिका यहां तैनात अपने सैनिकों की संख्या कम कर 8600 करेगा। एक अनुमान के मुताबिक इस वक्त अफगानिस्तान में 14000 से भी कम अमेरिकी सैनिक तैनात हैं लेकिन सटीक संख्या नहीं बतायी गई है।
उन्होंने कहा, “हमने काफी सफलता हासिल की है और अब समय है कि हम अपने सैनिक यहां से कम कर लें।” अफगानिस्तान के राष्ट्रपति गनी ने देश में शांति स्थापित करने में मदद के लिए अमेरिकी सैनिकों का धन्यवाद दिया और कहा कि ट्रंप के शासन में अमेरिकी सैनिकों को जानमाल का नुकसान कम हुआ है।