वाशिंगटन। अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने सेना के सचिव मार्क एस्पर को देश का नया कार्यकारी रक्षा मंत्री नियुक्त करने की घोषणा की है।
एस्पर अमरीका के मौजूदा कार्यकारी रक्षा मंत्री पैट्रिक शानाहन का स्थान लेंगे जिन्होंने नामांकन प्रक्रिया से अपना नाम वापस लेने के अलावा अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। एस्पर अब अमरीकी रक्षा विभाग पेंटागन के नए प्रमुख होंगे।
ट्रम्प ने मंगलवार को ट्वीट किया कि कार्यकारी रक्षा मंत्री पैट्रिक शानाहन ने बेहतरीन काम किया है। उन्होंने अपनी नियुक्ति की प्रक्रिया को आगे नहीं बढ़ाने की इच्छा व्यक्त की है और वह अपने परिवार के साथ अधिक समय बिताना चाहते हैं।
अमरीकी राष्ट्रपति ने एक अन्य ट्वीट में कहा कि मैं पैट्रिक शानाहन के शानदार काम के लिए उनको धन्यवाद देता हूं और सेना के सचिव मार्क एस्पर को नया कार्यकारी रक्षा मंत्री बनाये जाने की घोषणा करता हूं। मैं मार्क को जानता हूूं और मुझे पूरा भरोसा है कि वह शानदार काम करेंगे।
ट्रम्प ने कहा कि शानाहन ने मंगलवार सुबह अपना इस्तीफा सौंपा। मीडिया में शानाहन के घरेलू हिंसा के एक मामले में शामिल होने की रिपोर्ट आने के बाद उन्होंने नामांकन प्रक्रिया से अपना नाम वापस ले लिया था।
अमरीका के कार्यकारी रक्षा मंत्री ने अपने इस्तीफे की घोषणा करते हुए इसे काफी दुर्भाग्यपूर्ण करार देते हुए कहा कि व्यक्तिगत पारिवारिक कारणों से वह पद से त्यागपत्र दे रहे हैं।
शानाहन ने छह माह पहले पूर्व अमरीकी रक्षा मंत्री जेम्स मैटिस के इस्तीफे के बाद कार्यकारी रक्षा मंत्री का कार्यभार संभाला था।
शानाहन ने सोमवार को एक वक्तव्य जारी कर कहा था कि अमरीका ने ओमान की खाड़ी में तेल के टैंकरों पर हुए हमले के मद्देनजर पश्चिम एशिया में अपने एक हजार अतिरिक्त सैनिक तैनात करने का फैसला किया है।
ओमान की खाड़ी में पिछले गुरुवार को हाेरमुज जलडमरूमध्य के नजदीक दो तेल टैंकरों अल्टेयर और कोकुका करेजियस में विस्फोट किया गया था।
ईरान और अरब के खाड़ी देशों के जल क्षेत्र में हुए इस हादसे के कारणों का अभी तक पता नहीं चल सका है। अमरीका के विदेश मंत्री माइक पोम्पियो ने इसके लिए ईरान को जिम्मेदार ठहराया है। पोम्पियो के मुताबिक अमरीका ने खुफिया जानकारी के आधार पर ये आरोप लगाए हैं।
अमरीकी सेना ने अपने दावे के पक्ष में एक वीडियो जारी किया है जिसमें ईरानी सुरक्षाबल एक टैंकर से विस्फोटक हटाते हुए दिख रहे हैं। ब्रिटेन के विदेश मंत्रालय ने ईरानी सेना के रिवोल्यूशनरी गार्ड दल को ओमान की खाड़ी में तेल के टैंकरों पर हमले के लिए जिम्मेदार ठहराया है।
ईरान के विदेश मंत्री मोहम्मद जावेद जरीफ ने कहा है कि अमरीका, इजराइल और सऊदी अरब उसके खिलाफ अभियान चलाकर तेल टैंकरों पर हुए हमलों के झूठे आरोप लगाने का प्रयास कर रहे हैं। रूस के उपविदेश मंत्री सर्गेई रयाबकोव ने जांच से पूर्व ईरान पर आरोप लगाने वाले देशों को चेतावनी दी है।
अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने गत वर्ष मई में ईरान परमाणु समझौते से अपने देश के अलग होने की घोषणा की थी। इसके बाद से ही दोनों देशों के रिश्ते बहुत ही तल्ख हो गए हैं। इस परमाणु समझौते के प्रावधानों को लागू करने को लेकर भी संशय की स्थिति बनी हुई है।
गौरतलब है कि वर्ष 2015 में ईरान ने अमरीका, चीन, रूस, जर्मनी, फ्रांस और ब्रिटेन के साथ एक समझौते पर हस्ताक्षर किए थे। समझौते के तहत ईरान ने उस पर लगे आर्थिक प्रतिबंधों को हटाने के बदले अपने परमाणु कार्यक्रम को सीमित करने पर सहमति जताई थी।