सफल निवेश की दिशा में पहला कदम है – ऐसे वित्तीय लक्ष्य कायम करना, जो वास्तविकता के करीब हों। निवेश लक्ष्यों को समझना इसलिए भी जरूरी है ताकि आप अपने लक्ष्यों को आसानी से हासिल कर सकें। म्यूचुअल फंड आपके लंबे या अल्पकालिक निवेश लक्ष्य में अच्छी तरह से फिट हो सकते हैं, लेकिन किसी भी योजना की सफलता इस बात पर निर्भर करती है कि आप कौन से फंड चुनते हैं।
इसी सिलसिले में यह कहा जा सकता है कि यूटीआई इक्विटी फंड एक ऐसी ओपन एंडेड इक्विटी योजना है जो लार्ज कैप, मिड कैप, स्माॅल कैप स्टॉक में निवेश करती है। यह 8,874 करोड़ रुपए का फंड है और इस पर 11.57 लाख निवेशक भरोसा करते हैं (31 अगस्त, 2018 के अनुसार)। यूटीआई म्यूचुअल फंड की यह पेशकश एक ऐसा फंड है, जिसकी तलाश किसी भी दीर्घकालिक निवेशक को अपने मूल इक्विटी आवंटन में करनी चाहिए। यूटीआई इक्विटी फंड ने अपने निवेशकों को असाधारण रूप से अच्छा रिटर्न दिया है।
फंड ने 31 अगस्त, 2018 तक अपने 1 साल के प्रदर्शन के दौरान 24.38 प्रतिशत रिटर्न दिया है, बेंचमार्क (एसएंडपी बीएसई 200 टीआरआई) के मुकाबले जिसका रिटर्न इसी अवधि के दौरान 17.75 प्रतिशत रहा, जबकि समान समूह का औसत रिटर्न सिर्फ 12.35 प्रतिशत था। यूटीआई इक्विटी फंड का एक साल का यह शानदार प्रदर्शन यह सुनिश्चित करता है कि यह फंड अपनी श्रेणी में टाॅप परफाॅर्मर साबित होगा।
फंड की मजबूत इन्वेस्टमेंट फिलाॅसफी गुणवत्ता, विकास और मूल्यांकन के तीन आधार स्तंभों के आसपास रची गई है और यही बात यूटीआई इक्विटी फंड को दूसरे फंड्स से अलग खडा करती है। पोर्टफोलियो रणनीति उच्च गुणवत्ता वाले ऐसे कारोबारों पर ध्यान केंद्रित करेगी, जो लंबे समय तक मजबूत विकास की राह पर चलने में सक्षम हैं और जो अनुभवी प्रबंधन द्वारा संचालित होते हैं।
‘‘गुणवत्ता‘‘ लंबे समय तक रिटर्न आॅन केपिटल एम्प्लाॅयड (आरओसीई) या रिटर्न आॅन इक्विटी (आरओई) से संबंधित हाई रिटर्न को बनाए रखने के लिए एक व्यापार की क्षमता का प्रतीक है। वास्तव में उच्च गुणवत्ता वाले व्यवसाय वे हैं जो अपने उद्योग या क्षेत्र के लिए मुश्किल समय के दौरान भी उच्च आरओसीई और आरओई उत्पन्न करने में सक्षम हैं और इसलिए हर समय पूंजी की लागत से ऊपर काम करते हैं। उच्च आरओसीई/आरओई उत्पन्न करने में सक्षम व्यवसाय मजबूत नकदी प्रवाह उत्पन्न करने में सक्षम होंगे और ये मजबूत नकदी प्रवाह आर्थिक मूल्य निर्माण का स्रोत बन जाएगा।
दूसरी तरफ ‘‘विकास‘‘ व्यापार के लिए दीर्घकालिक विकास को दर्शाता है। फंड उन व्यवसायों पर जोर देता है जिनके पास चक्रीय और अप्रत्याशित विकास के बजाय स्थिर और अनुमानित विकास की पूरी संभावना होती है। दीर्घकालिक विकास की तुलना में चक्रीय वृद्धि या गिरावट बहुत तेज और अप्रत्याशित हो सकती है और निवेशकों को किसी भी दिशा में आश्चर्यचकित कर सकती है, जबकि दीर्घकालिक विकास में भविष्य के परिणामों को समझने में अपेक्षाकृत अधिक निश्चितता नजर आती है।
उच्च गुणवत्ता वाले कारोबार आर्थिक मूल्यों का सृजन करते हैं, वहीं उच्च विकास वाले व्यवसाय इस आर्थिक मूल्य की कम्पाउंडिंग को सक्षम बनाते हंै। यही कारण है कि स्टॉक चयन के लिए फंड का पसंदीदा लक्ष्य गुणवत्ता और विकास है।
फंड के निवेश दर्शन का अंतिम आधार स्तंभ है- मूल्यांकन। एक महत्वपूर्ण व्यापार में प्रवेश बिंदु के रूप में मूल्यांकन बहुत महत्वपूर्ण हैं और इसलिए किसी को स्टॉक दर्ज करने से पहले इसका ध्यानपूर्वक अध्ययन करना चाहिए। यद्यपि एक पीई मल्टीपल एक व्यापार के मूल्यांकन को समझने के लिए एक अच्छा प्रारंभिक बिंदु है, लेकिन इसे व्यापक रूप से कई बार गलत भी समझा जाता है और मूल्यांकन तकनीक का दुरुपयोग करता है।
यह जरूरी नहीं है कि अधिकतर आरओसीई और उच्च वृद्धि व्यवसाय अक्सर एक उच्च पी/ई के लायक होंगे और यह अभी भी ऐसे दीर्घकालिक निवेशकों के लिए एक आकर्षक निवेश होगा, जो व्यापार के मौलिक सिद्धांतों के आधार पर निवेश करेंगे, न कि अगले कुछ महीनों में बेहतर प्रदर्शन को देखकर निवेश संबंधी निर्णय करेंगे। इसलिए पीई को देखकर किसी निर्णय तक पहुंचने से पहले ऑप्टिकल रूप से प्रत्येक व्यवसाय की खूबियों का सावधानीपूर्वक अध्ययन करना होगा और फिर उनमें से प्रत्येक का उचित मूल्यांकन करना होगा।
फंड निवेश की ‘‘विकास‘‘ शैली को अपनाने के बाद बाजार पूंजीकरण स्पेक्ट्रम में निवेश करने का प्रयास करता है। यूटीआई इक्विटी फंड उन इक्विटी निवेशकों के लिए उपयुक्त होगा जो अपने लिए ‘‘कोर‘‘ इक्विटी पोर्टफोलियो का निर्माण करना चाहते हैं और आर्थिक मूल्य उत्पन्न करने वाले गुणवत्ता वाले कारोबारों में निवेश के माध्यम से दीर्घकालिक पूंजीगत विकास की तलाश में हैं।