लखनऊ। उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी की ऐतिहासिक जीत के जश्न को उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य की हार ने थोड़ा फीका कर दिया है।
मौर्य को कौशांबी जिले की सिराथू सीट पर समाजवादी पार्टी की पल्लवी पटेल ने 7 हजार से अधिक मतों से परास्त कर दिया। सपा ने सिराथू में मौर्य की घेराबंदी के लिए भाजपा गठबंधन की साझीदार अपना दल (एस) की अध्यक्ष अनुप्रिया पटेल की बहन पल्लवी पटेल को चुनाव मैदान में उतारा था।
इस वीआईपी सीट पर दिन भर चले कांटे के मुकाबले के बाद रात में लगभग पौने दस बजे चुनाव आयोग ने मौर्य को पटेल के हाथों 7337 वोट से पराजित घोषित कर दिया। राज्यव्यापी जीत से उत्साहित भाजपा खेमे के लिये मौर्य की हार से करारा झटका लगा है।
मौर्य ने अपनी चुनावी हार स्वीकार करते हुए कहा कि सिराथू विधानसभा क्षेत्र की जनता के फ़ैसले को विनम्रतापूर्वक स्वीकार करता हूँ। एक एक कार्यकर्ता के परिश्रम के लिए आभारी हूँ,जिन मतदाताओं ने वोट रूपी आशीर्वाद दिया उनके प्रति कृतज्ञता ज्ञापित करता हूं।
उन्होंने सोशल मीडिया पर जारी संदेश में उम्मीद जताते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में गरीब कल्याण की योजनाओं को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में पांच साल में ग़रीबों तक सफलतापूर्वक पहुंचाने का काम किया, मुझे विश्वास है योगी के नेतृत्व में बनने वाली सरकार में भी गरीब कल्याण का यज्ञ जारी रहेगा।
मौर्य के अलावा योगी सरकार के दो अन्य मंत्री भी चुनाव में हार गए हैं। इनमें इटवा सीट से शिक्षा मंत्री सतीश चंद्र द्विवेदी और पट्टी सीट से राजेन्द्र प्रताप उर्फ माेती सिंह शामिल हैं। द्विवेदी को पूर्व विधानसभा अध्यक्ष और सपा उम्मीदवार माता प्रसाद पांडे ने हराया। जबकि मोती सिंह को भी सपा के प्रत्याशी राम सिंह ने शिकस्त दी।
मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी की सभी 8 सीटें भाजपा गठबंधन की झोली में