इटावा। उत्तर प्रदेश के इटावा जिले के सैफई स्थित मेजर ध्यान चंद स्पोर्टस कालेज मे बैडमिंटन छात्रा के आत्महत्या के मामले मे कोच की पत्नी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार मिश्रा ने बुधवार को बताया कि मंगलवार को छात्रा सलोनी की पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर आत्महत्या के लिए प्रेरित करने का मुकदमा दर्ज कर कोच की बीबी यामिनी को गिरफतार कर जेल भेज दिया गया है। सलोनी के सुसाइड के पीछे यामिनी का दोष शत-प्रतिशत सिद्ध हो रहा है।
सैफई स्थित मेजर ध्यानचंद स्पोर्ट्स स्टेडियम में 13 साल की बैडमिंटन खिलाड़ी सलोनी शर्मा की मौत के मामले में पुलिस ने कोच सिद्धार्थ की पत्नी को गिरफ्तार किया। पुलिस ने मामले में खुद संज्ञान लेते हुए आईपीसी की धारा 306 के तहत मुकदमा दर्ज किया है ।
उन्होंने बताया कि परिजनों की तरफ से कोई तहरीर नहीं मिली थी, लेकिन पुलिस ने खुद इसका संज्ञान लेते हुए अपनी तरफ से मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की है जिसका मकसद पीड़िता को न्याय दिलाना है।
छात्रा के पिता विजय कुमार ने अपनीे बेटी द्वारा आत्महत्या किए जाने पर संदेह खड़ा किया है। विजय कुमार ने बताया कि उनको यह नहीं बताया कि उनकी बेटी ने कोई सुसाइट नोट भी लिखा है अगर यह बात कल पता लगती तो निश्चित है कि वो इस आधार पर ही कार्यवाही अमल मे लाते।
कुमार का कहना है कि बेटी बहादुर थी। वह ऐसा कदम नहीं उठा सकती। मौत के पीछे बड़ी साजिश है। उन्होंने सवाल किया कि उसके कमरे में साड़ी कैसे पहुंची, जिससे उसने फंदा लगाया। दूसरा सवाल यह है कि छत 16 फीट ऊंची है तो वह वहां तक कैसे पहुंची। कमरे और भी बेटियां थीं, उन्हें कैसे नहीं पता चला। बेटी का पैर जमीन से छू रहा था तो मौत कैसे हुई।
पिता के सवाल पर एसएसपी संतोष मिश्रा ने कहा कि उनकी पूरी हमदर्दी पीड़ित परिवार के साथ है। मामले में चार्जशीट दाखिल होने से पहले सभी एंगल से मामले की तफ्तीश की जाएगी। इसमें फोरेंसिक और वैज्ञानिक जांच कराकर दोषियों को सजा दिलाई जाएगी।
गौरतलब है कि सलोनी ने सोमवार रात अपने कमरे में फंखे से लटकाकर आत्महत्या की थी। उसके कमरे से एक सुसाइड नोट भी मिला है, जिसमे उसने कोच सिद्धार्थ की पत्नी यामिनी का जिक्र किया है। छात्रा ग्राम जरार थाना बाह जिला आगरा की रहने वाली थी। बैडमिंटन की छात्रा को बेहतर खेल प्रदर्शन के बल पर वर्ष 2016 में कक्षा छह में प्रवेश मिला था। इस समय कक्षा आठ की छात्रा थी।
मेजर ध्यान चंद्र स्पोर्ट्स कालेज के हास्टल में इस समय कुल 12 बच्चियां बैडमिंटन खेल के लिए चयनित है जिस छात्रा ने जान दी है उसके साथ याना गुप्ता और अनुष्का नाम की कक्षा 6 की दो छात्राएं भी हास्टल में थीं लेकिन कब उसने फांसी पर टंग कर आत्महत्या कर ली किसी को भी पता ही नही चला।
साथी छात्रा याना गुप्ता ने बताया कि दीदी रात को डायरी में धीरे धीरे बोल करके लिख रही थी कि वो अपनी जिंदगी से तंग आ गई है। यह कदम तो मुझे बहुत पहले ही उठाना चाहिए था। सलोनी के आत्महत्या के बाद आज कालेज का मुख्य गेट बंद कर दिया गया है। विभिन्न स्तर से जांच के दायरे मे रख कर मुख्य गेट को बंद करना बताया जा रहा हैै। सलोनी की मौत के बाद गमगीन माहौल बना हुआ है किसी ने भी आज खेल की प्रेक्टिस नहीं की है।