लखनऊ। निषेधाज्ञा के उल्लघंन के मामले में उत्तर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू को पुलिस ने एक बार फिर हिरासत में ले लिया है।
पार्टी सूत्रों ने मंगलवार को बताया कि उत्तर प्रदेश कांग्रेस अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के चेयरमैन शाहनवाज आलम की गिरफ्तारी का विरोध कर रहे लल्लू को पुलिस अधिकारियों ने प्रदर्शन नहीं करने की चेतावनी दी और नहीं मानने पर उन्हें और अन्य कार्यकर्ताओं को हिरासत में ले लिया।
लल्लू ने आरोप लगाया कि राज्य सरकार विपक्ष की आवाज को अलोकतांत्रिक तरीके से दबाना चाहती है। कांग्रेस गरीब,किसान और मजदूरों के हक की लड़ाई लड़ रही है जो सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी को रास नहीं आ रहा है।
उन्होने कहा कि आलम की गिरफ्तारी अवैध है जो सरकार के अलोकतांत्रिक रवैये का परिचायक है। सरकार को समझ लेना चाहिये कि कांग्रेसी लाठी से नहीं डरते। सरकार चाहे उन्हे जितनी बार गिरफ्तार करा ले लेकिन उनकी पार्टी दमनात्मक नीतियों के खिलाफ लड़ाई जारी रखेगी।
उल्लेखनीय है कि पिछले साल 19 दिसम्बर को लखनऊ में सीएए और एनआरसी के विरोध प्रदर्शन के दौरान हिंसा भड़क उठी थी जिसमें आलम को आरोपी बनाया गया था। अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के कांग्रेसी नेता की गिरफ्तारी इसी संदर्भ में की गई है।
इससे पहले लल्लू को पिछली 21 मई को आगरा में बसों के फर्जी नम्बर देने और लाकडाउन के उल्लंघन के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। आगरा की एक अदालत में उन्हे निजी मुचलके पर रिहा कर दिया गया था लेकिन रिहा होने के तुरंत बाद लखनऊ की हजरतगंज पुलिस ने उन्हे गिरफ्तार कर लिया था। करीब 28 दिन गोसाईगंज जेल में रहने के बाद उन्हे 17 जून को रिहा कर दिया गया था।
उत्तर प्रदेश में चुनाव के लिए कांग्रेस अभी से जोर आजमाईश में जुटी