लखनऊ। उत्तर प्रदेश में बरेली के जिलाधिकारी के फेसबुक पोस्ट से उठा तूफान अभी थमा भी नहीं था कि अब उत्तर प्रदेश के महानिदेशक (होमगार्डस) सूर्य कुमार शुक्ला ने राम मंदिर बनाने की शपथ लेकर सियासी हलचल मचा दी है।
कई राजनीतिक दलों ने मांग की है कि सेवा नियमावली के उल्लंघन करने की वजह से उनके खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए। गृह विभाग के सूत्रों के मुताबिक हालांकि शासन की तरफ से सूर्य कुमार शुक्ला से पूरे मामले में जवाब तलब किया गया है।
दरअसल, सूर्य कुमार शुक्ला ने एक कार्यक्रम में राम मंदिर निर्माण की कथित रूप से शपथ लिए जाने का वीडियो वायरल हो गया है। हालांकि यह कार्यक्रम लखनऊ विश्वविद्यालय में दो दिन पहले आयोजित हुआ था। इस कार्यक्रम में सूर्य कुमार शुक्ला मंच पर मौजूद हैं और वह राम मंदिर बनाने का संकल्प लेते हुए दिखाई दे रहे हैं।
इस पूरे मामले पर सपा के राष्ट्रीय सचिव राजेंद्र चौधरी का कहना है कि हर अधिकारी अपनी सेवा शर्तो से बंधा हुआ है, जो भी उनका उल्लंघन करेगा, उसके खिलाफ कार्रवाई होना वाजिब है। शुक्ला सरकारी ओहदे पर हैं और उन्हें सार्वजनिक मंच पर ऐसी शपथ लेनी की छूट नहीं है।
भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता चंद्रमोहन सिंह ने कहा कि सूर्य कुमार शुक्ला सूबे के वरिष्ठ अधिकारियों में से एक हैं। उन्हें अपने नियमों और परंपराओं का ख्याल रखना चाहिए था। इस मामले को वरिष्ठ अधिकारी संज्ञान में लेंगे और जो भी वाजिब होगा, वह किया जाएगा।
इधर, सूर्य कुमार शुक्ला ने वायरल वीडियो को शरारतन काट-छांट कर दिखाए जाने का आरोप लगाते हुए कहा कि वह समरसतापूर्ण माहौल बनाने की शपथ ले रहे थे।
उन्होंने कहा कि कार्यक्रम में चर्चा हो रही थी कि अगर हिंदू और मुस्लिम लोग मिलकर अयोध्या में मंदिर निर्माण और कुछ दूरी पर मस्जिद निर्माण की बात करते हैं, तो पुराना विवाद निपट जाएगा और समाज में लोग सदभावनापूर्ण ढंग से रह सकेंगे।