लखनऊ। दलित होने के कारण विभाग में उपेक्षा का आरोप लगाते हुए इस्तीफे की पेशकश करने वाले उत्तर प्रदेश के जलशक्ति राज्यमंत्री दिनेश खटीक ने गुरूवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात करने के बाद कहा कि वह आगे भी काम करते रहेंगे।
खटीक ने आज शाम मुख्यमंत्री योगी से उनके सरकारी आवास पांच कालीदास मार्ग पर मुलाकात की। करीब 40 मिनट की इस मुलाकात के बाद बाहर निकले राज्यमंत्री ने पत्रकारों से संक्षिप्त बातचीत में कहा किजीरो टालरेंस पर मुख्यमंत्री जी काम कर रहे हैं और करते रहेंगे और आगे हम भी काम करते रहेंगे। मुख्यमंत्री के सामने मैने अपने विषय और मुद्दे रख दिए हैं और उन पर कार्रवाई होगी।
हालांकि दिनेश खटीक ने यह नहीं बताया कि उन्होंने मुख्यमंत्री योगी के सामने कौन से मुद्दे और विषय रखें है और उन्हे किस प्रकार की कार्रवाई मिलने का आश्वासन दिया है।
गौरतलब है कि दिनेश खटीक ने बुधवार को आरोप लगाया था कि दलित होने के कारण विभाग में उन्हें कोई महत्व नहीं दिया जाता है और उन्होने इसकी शिकायत केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह से करते हुए अपने इस्तीफे की भी पेशकश कर दी थी।
शाह को भेजे पत्र में खटीक ने कहा था कि जल शक्ति विभाग में दलित समाज का राज्य मंत्री होने के कारण मेरे किसी भी आदेश पर कोई कार्यवाही नहीं की जाती है, न ही मुझे किसी बैठक की सूचना दी जाती है, न ही विभाग में कौन-कौन सी योजनाएं वर्तमान में संचालित है तथा उस पर क्या कार्यवाही हो रही है इत्यादि कोई सूचना अधिकारियों द्वारा नहीं दी जाती है। जिसके कारण राज्य मंत्री को विभाग के बारे में कोई ठोस जानकारी नहीं हो पाती है। सम्बंधित विभाग के अधिकारी राज्य मंत्री को केवल विभाग द्वारा गाड़ी उपलब्ध करा देना ही राज्य मंत्री का अधिकार समझते हैं।
खटीक का आरोप था कि उनके विभाग में स्थानांतरण सत्र में बहुत बड़ा भ्रष्टाचार किया गया है। उन्होंने अधिकारियों द्वारा उनकी बात को अनसुना करने का भी आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री योगी की भ्रष्टाचार के विरुद्ध ‘जीरो टारलेंस’ नीति को ध्यान में रखते हुए तबादलों में जब भ्रष्टाचार होने की बात उनके संज्ञान में आई, तब उन्होंने तबादलों की सूचना गत नौ जुलाई को अधिकारियों से मांगी, लेकिन अब तक उसका कोई जवाब नहीं मिला।