सबगुरु न्यूज़| उप्र|UP हमारे भारत देश में विकास तो हो सकता है लेकिन कुछ लोग है जो चाहे राजनैतिक क्षेत्र से हो या सार्वजनिक क्षेत्र से हमारे देश को विकसित होने ही नहीं देते यह लोग भरस्टाचार में इस तरह से लीन है की देश का विकास रुक ही सा गया है।
यह है मामला:-
मऊ, उत्तर प्रदेश में मऊ के दोहरीघाट क्षेत्र में एक विद्यालय का फर्जी प्रबंधक बनकर फोरलेन के लिये विद्यालय की अधिग्रहण की गई जमीन के एवज में बैंक में जमा एक करोड़ एक लाख 40 हजार रुपए निकाल लिए का मामला प्रकाश में आया है।
पुलिस के अनुसार इस संबंध में आरोपी फर्जी प्रबंधक सहित छह लोगों को खिलाफ गबन का मुकदमा दर्ज कर लिया है। दोहरीघाट क्षेत्र के ब्रह्म बाबा जूनियर हाई स्कूल हेमइ का भवन फोरलेन में अधिग्रहण हो गया था। इस दौरान विद्यालय का करीब डेढ़ बीघा जमीन एवं भवन जाने पर विद्यालय को मुआवजे के रूप में 1 करोड़ 1 लाख 40 हजार रुपया प्राप्त हुआ था जिसे जिला मुख्यालय स्थित कारपोरेशन बैंक में विद्यालय के खाते में जमा किया गया था।
सूत्रों के अनुसार इस दौरान फर्जी प्रबंधक बनकर बबलू मौर्या नामक एक व्यक्ति ने पिछले साल नवंबर में मुआवजे की रकम अलग-अलग तारीखों में निकाल ली। शक होने पर बैंक प्रबंधक ने इसकी जांच के लिए चिट फंड सोसाइटी आजमगढ़ से पत्राचार किया तो पता चला की बैंक से पैसा उठाने वाला व्यक्ति उक्त विद्यालय का प्रबंधक नहीं है। विद्यालय के प्रबंधक शिवधनी सिंह नामक व्यक्ति हैं।
चिट फंड सोसाइटी से मिली सूचना के आधार पर बैंक प्रबंधक ने जिलाधिकारी से मिलकर शिकायत की। जनवरी 2018 में यह मामला उजागर होने पर जांच सीओ घोसी अरशद जमाल सिद्दीकी ने की। सीओ की रिपोर्ट के आधार पर पुलिस ने इस मामले की रिपोर्ट बुधवार को दर्ज की जिसमें कथित प्रबंधक आजमगढ़ जिले के शहर कोतवाली क्षेत्र के जमीन फरेंदा नारायणपुर गांव निवासी बबलू मोर्य, उनके साथी चंद्रजीत चौहान, अश्वनी गुप्ता, सच्चिदानंद राय, गोरख प्रसाद को नामजद किया गया। सीओ अरशद जमाल सिद्दीकी ने बताया इन सभी लोगों पर गबन का केस दर्ज करते हुए विवेचना शुरू कर दी गई है।