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उत्तरप्रदेश : शिक्षिका भर्ती मामले में रैकेट का खुलासा, एक अरेस्ट - Sabguru News
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उत्तरप्रदेश : शिक्षिका भर्ती मामले में रैकेट का खुलासा, एक अरेस्ट

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उत्तरप्रदेश : शिक्षिका भर्ती मामले में रैकेट का खुलासा, एक अरेस्ट

कासगंज। उत्तर प्रदेश में कासगंज की पुलिस ने अनामिका शुक्ला के नाम और फर्जी शैक्षिक दस्तावेजों के आधार पर कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय, कासगंज में सुप्रिया जाटव नामक महिला की शिक्षिका के पद पर नौकरी लगवाने वाले दलाल जसवंत को मैनपुरी से गिरफ्तार किया।

पुलिस अधीक्षक सुशील घुले ने गुरूवार को यहां बताया कि अनामिका शुक्ला नाम से फर्जी दस्तावेजों के आधार पर नौकरी लगवाने वाले एक दलाल जसवंत को मैनपुरी से गिरफ्तार किया है। वह मैनपुरी निवासी पुष्पेंद्र का भाई है जो फर्जी दस्तावेज तैयार कर रैकेट संचालित कर नौकरी लगवाता है।

उन्होंने बताया कि जसवंत खुद फर्जी कागजों पर कन्नौज में प्रधानता अध्यापक के रूप में कार्यरत है। अभी तक वह 20 फर्जी शिक्षको की नियुक्ति करा चुका है।

शिक्षक भर्ती घोटाले की हो न्यायिक जांच: कांग्रेस

कांग्रेस ने उत्तर प्रदेश में शिक्षक भर्ती घोटाले में दोषियों को सख्त सजा देने की मांग करते हुए राज्य सरकार से इस पूरे प्रकरण की उच्चतम न्यायालय के न्यायाधीश से जांच कराने तथा प्रकरण में बदनाम की गई अनामिका शुक्ला को न्याय दिलाने की मांग की है।

कांग्रेस प्रवक्ता राजीव शुक्ला ने गुरुवार को यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा कि उत्तर प्रदेश में 69000 की भर्ती में बहुत बड़ा घोटाला हुआ है और कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा लगातार इस बारे में आवाज उठा रही हैं।

वाड्रा ने इस घाेटाले के शिकार हुए अभ्यर्थियों से भी बात की और उनकी पीड़ा को लगातार साझा भी कर रही हैं। घोटाले में अनामिका शुक्ला को सबसे ज्यादा पीड़ा पहुंचाई गयी है जिनका शैक्षणिक रिकार्ड बहुत अच्छा था लेकिन घोटालेबाजों ने उनके नाम से फर्जी दस्तावेज बनाकर कई जगह लोगों को नौकरियां दिलाई।

उन्होंने कहा कि राज्य के शिक्षा मंत्री स्वीकार कर चुके हैं कि घोटाला हुआ है। कई जिलों में फर्जी शिक्षक सामने आ रहे हैं। एक-एक जिले में छह-छह फर्जी शिक्षक सामने आ रहे हैं। इस मामले में सारे घोटाले का पर्दाफाश हो चुका है इसलिए राज्य सरकार को उच्चतम न्यायालय के न्यायाधीश से मामले की जांच करानी चाहिए।

शुक्ला ने कहा कि इस घोटाले में सबसे ज्यादा आहत अनामिका शुक्ला हुई हैं और उनका नाम खराब हुआ है। वह अपने शैक्षणिक कैरियर में टाॅपर रही है और इसी का फायदा घोटालेबाजों ने उठाया तथा उसके नाम से फर्जी दस्तावेज तैयार कर फर्जी लोगों को नौकरी दिलाई।

सरकार को अनामिका को नौकरी देकर उनसे माफी मांगनी चाहिए। घोटालेबाज उनके परिवार के सदस्यों को नुकसान पहुंचा सकते हैं इसलिए सरकार को उनके परिवार के सदस्यों को सुरक्षा देने की व्यवस्था करनी चाहिए।