लखनऊ। उत्तर प्रदेश में जिला पंचायत अध्यक्ष चुनाव में फिलहाल सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी का दबदबा दिख रहा है।
राज्य निर्वाचन आयोग से मिली जानकारी के अनुसार नाम वापसी की अवधि बीतने के बाद 21 जिलों में भाजपा के प्रत्याशी निर्विरोध निर्वाचित घोषित किए गए हैं, जबकि समाजवादी पार्टी अपने किले इटावा को बचाने में सफल रही है।
निर्विराेध निर्वाचन के बाद अब राज्य की 53 सीटों पर तीन जुलाई को मतदान संपन्न कराया जाएगा। यह मतदान सुबह 11 बजे से तीन बजे के बीच कराया जाएगा जबकि सभी परिणाम उसी दिन घोषित कर दिए जाएंगे।
अब तक भाजपा को सहारनपुर, बहराइच, इटावा, चित्रकूट, आगरा, गौतम बुध नगर, मेरठ, गाजियाबाद, बुलंदशहर, अमरोहा, मुरादाबाद, ललितपुर, झांसी, बांदा, श्रावस्ती, बलरामपुर, गोंडा, गोरखपुर, मऊ, वाराणसी, पीलीभीत, शाहजहांपुर में सफलता मिल चुकी है।
पीलीभीत में जिला पंचायत अध्यक्ष पद के लिए सपा प्रत्याशी स्वामी प्रवक्तानंद ने मंगलवार को नाम वापस लेने के घोषणा कर दी जिसके बाद भाजपा प्रत्याशी डा दलजीत कौर जिला पंचायत अध्यक्ष बन गई। स्वामी प्रवक्ता नंद भाजपा छोड कर हाल ही में सपा में शामिल हुए थे मगर ऐन वक्त पर उन्होने नाम वापस लेकर घर वापसी कर ली।
इसी तरह सहारनपुर में बसपा उम्मीदवार जयवीर उर्फ जानी के नाम वापस लेने के बाद भाजपा के चौधरी मांगेराम को सहारनपुर जिला पंचायत अध्यक्ष विजयी घोषित कर दिया।
समाजवादी गढ़ कहे जाने वाले इटावा मे समाजवादी पार्टी ने जिला पंचायत अध्यक्ष पद पर एक बार फिर से कब्जा कर लिया है। यहां सपा प्रमुख अखिलेश यादव के चचेरे भाई अभिषेक यादव को जिला पंचायत अध्यक्ष पद पर विजयी घोषित किया गया है। यह उनका दूसरा कार्यकाल होगा।