शामली। उत्तर प्रदेश में पिछले दो दिन से हो रही बारिश के कारण शामली जिला मुख्यालय पर शहर कोतवाली क्षेत्र एक मकान की छत गिरने से कमरे में सो रही महिला और उसके तीन बच्चों की मलबे में दबने के कारण मृत्यु हो गई जबकि गृह स्वामी और उसके बेटे को हल्की चोट आई है।
जिलाधिकारी जसजीत कौर ने बताया कि शामली सदर कोतवाली के मौहल्ला पंसारियान में बारिश के चलते शाहिद के पुराने मकान की कच्ची छत पानी भरने के कारण गिर गई। इस घटना में शाहिद की पत्नी 35 वर्षीय अफसाना और तीन बच्चों इरम, सुहेल व चन्दों की मृत्यु हो गई। इस घटना में शाहिद और उसका बेटा शोएब घायल हो गये,जिन्हें अस्प्ताल में भर्ती कराया गया है।
उन्होंने बताया कि दैवीय आपदा के तहत मृतक के आश्रितों को प्रत्येक मृतक चार लाख रुपए के हिसाब से 16 लाख रुपए की आर्थिक मदद दी गई है। इसके अलावा क्षतिग्रस्त मकान की आंशिक क्षति के लिए प्रशासन की ओर से 5200 रुपए की आर्थिक सहायता दी गई है। उन्होंने बताया कि घटना की सूचना के बाद एसडीएम सदर संदीप कुमार व राजस्व विभाग की टीम को मौके पर पहुंची और राहत व बचाव कार्य शुरू कराया गया।
इस बीच शाहिद ने बताया कि आज सुबह करीब साढे पांच बजे वह दिशा शौच के लिए उठकर जैसे ही कमरे से बाहर निकला तभी अचानक मकान की छत भरभराकर गिर गई और कमरे में सो रही उसकी पत्नी और तीन बच्चे में मलबे में दब गए।
उसके शोर मचाने पर मौहल्ले में रहने वाले लोग तुरंत मौके पर पहुंचे तथा मलबे में दबे परिजनों को बाहर निकाला लेकिन तब तक उसकी पुत्री इरम दम तोड़ चुकी थी जबकि अन्य लोग गंभीर रूप से घायल हो गए थे। घायलों को राजकीय चिकित्सालय ले गए जहां चिकित्सकों ने उसकी पत्नी अफसाना व दोनों बच्चों को भी मृत घोषित कर दिया जबकि एक उसके पुत्र शोएब को मामूली चोट आई है।
इस बीच पुलिस ने शवों को कब्जे में ले लिया लेकिन परिजनों द्वारा कोई कार्रवाई न किए जाने के अनुरोध पर पुलिस ने शव परिजनों के सुपुर्द कर दिए। जिला प्रशासन ने मृतकों के परिजन को दैवीय आपदा के तहत चार-चार लाख रुपए प्रति व्यक्ति के हिसाब से 16 लाख रुपए की आर्थिक सहायता व मकान की क्षति के लिए जिला प्रशासन की ओर से 5200 रुपए की सहायता प्रदान की। दोपहर बाद गमगीन माहौल में शवों को सुपुर्दे खाक कर दिया गया।