नैनीताल। उत्तराखंड के काशीपुर के चर्चित अलका जौहरी हत्याकांड से पुलिस ने गुरुवार को पर्दा उठा दिया। इस मामले में पुलिस ने मूल रूप से उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद के रहने वाले एक तांत्रिक को गिरफ्तार किया है। आरोपी से 18-19 तोला सोना और अन्य सामान भी बरामद कर लिया गया है।
काशीपुर के सहायक पुलिस अधीक्षक राजेश भट्ट ने गुरुवार को स्वयं काशीपुर में इस हत्याकांड पर से पर्दा उठाया। उन्होंने बताया कि अलका जौहरी की हत्या उसके मायके में रहने वाले पूर्व किरायेदार जोगेन्दर सिंह ने की है।
उन्होंने कहा कि जोगेन्दर सिंह तंत्र-मंत्र का जानकार है और उसने इसी बहाने अलका को अपने वश में कर लिया। घटना के दिन अलका जौहरी अपने घर से बहुमूल्य सोने के जेवर और कुछ पैसे लेकर निकली थी।
जोगेन्दर ने सुनसान जगह में ले जाकर उसी के शाॅल से उसका गला घोंट दिया और शव को एक पुलिया के नीचे फेंक कर फरार हो गया। एक दिन बाद शव की पहचान काशीपुर के वैशाली कालोनी निवासी अलका जौहरी के रूप में हुई। अलका के भाई अनुज जौहरी ने हत्या का शक अपने पूर्व किरायेदार जोगेन्दर सिंह पुत्र सीताराम निवासी ग्राम मझौली, थाना मझौला, मुरादाबाद पर जताया।
पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी। पुलिस ने घटनास्थल व उसके आसपास के सीसीटीवी कैमरों को खंगाला तो पुलिस को पता चला कि घटना से पूर्व मृतका जोगेन्दर सिंह के साथ स्कूटी में सवार होकर जा रही थी। इसके बाद पुलिस ने आरोपी को बुधवार रात को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की। वह कुछ समय बाद टूट गया और उसने पुलिस को सबकुछ बता दिया इसके बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया।
भट्ट ने बताया कि आरोपी ने अपना गुनाह कुबूल कर लिया है। आरोपी के पास से पुलिस ने सोने के बहुमूल्य जेवर, 28450 रूपए व मृतका के दो फोन, एटीएम व पैन कार्ड भी बरामद कर लिए हैं। अलका इस सामान को अपने संग स्कूटी में लेकर गई थी। जिनमें चार कंगन, एक जोड़ा सूई धागा, कान की बाली, सात जोड़ी टाॅप्स, किट्टी सेट, एक चेन व लाॅकेट, एक किट्टी सेट मय टाॅप्स, एक मंगलसूत्र का लाकेट, एक लाकेट, मांग टीका, नथ व लौंग आदि शामिल थे।
आरोपी ने पुलिस को पूछताछ में बताया कि आरोपी अलका से पीछा छुड़ाना चाहता था और अलका वापस जाने को राजी नहीं थी। इसलिए उसने सुनसान जगह में ले जाकर अलका का गला घोंट दिया। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में भी अलका की मौत का कारण मुंह और गला दबाने से बताया गया है।