नैनीताल। उत्तराखंड के अल्मोड़ा जिले में एक परिवार के सामूहिक आत्महत्या करने का मामला सामने आया है। इस घटना में जहर खाने से मां-बेटे की मौत हो गई जबकि बेटी को बचा लिया गया है।
सोमेश्वर थाना के प्रभारी डी आर वर्मा ने बताया कि ताकुला ब्लाक के चुराड़ी गांव में चंदन सिंह का परिवार रहता है। गांव में उसकी पत्नी गंगा देवी (38), पुत्री रेशमा (17) और बेटा अजय (14) रहता था।
महेश दिल्ली में नौकरी करता है। महेश जब गुरुवार रात को अपने गांव लौटा तो वह हक्का-बक्का रह गया। उसके आने से पहले उसकी पत्नी गंगा देवी समेत लड़का और लड़की तीनों ने जहरीला पदार्थ खा लिया था।
आनन-फानन में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को मौके पर बुलाया गया लेकिन तब तक देर हो चुकी थी। गंगा और उसके बेटे अजय ने दम तोड़ दिया था। रेशमा को गंभीर हालत में ताकुला के स्वास्थ्य केन्द्र ले जाया गया। प्राथमिक उपचार देने के बाद उसे अल्मोड़ा भेज दिया गया।
वर्मा ने बताया कि पुलिस को आज घटना की सूचना मिली। रेशमा की हालत खतरे से बाहर बतायी जा रही है। पुलिस ने मौके से जहरीला पदार्थ भी बरामद कर लिया गया है। पोस्टमार्टम के बाद कुछ जानकारी मिल सकेगी।
उन्होंने बताया कि मामले की जांच की जा रही है। परिवार ने ऐसा कठित कदम क्यों उठाया, अभी तक यह पता नहीं चल पाया है। लड़की के बयान के बाद कुछ जानकारी मिल पायेगी।
उन्होंने बताया कि चंदन दिल्ली से ही बराबर अपनी पत्नी और बच्चों के सम्पर्क में था। उसने उन्हें घर आने की सूचना भी दे रखी थी। साथ ही रास्ते में कई बार परिवार से बात भी की।