नयी दिल्ली । उज़्बेकिस्तान के राष्ट्रपति शौकत मिर्जीयोयेव रविवार को भारत की दो दिन की यात्रा पर आयेंगे। इस दौरान दोनों देश अपनी रणनीतिक साझेदारी को विस्तार देते हुए कृषि, पर्यटन, स्वास्थ्य, फार्मा सहित विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग को प्रगाढ़ बनाने के मकसद से कई अहम करार करेंगे।
मिर्जीयोयेव के साथ उनकी पत्नी ज़िरोआत मिर्जीयोयेव भी आ रहीं हैं। वे रविवार की दोपहर सबसे पहले आगरा जायेंगे और ताजमहल के भ्रमण के पश्चात अपराह्न दिल्ली पहुंचेंगे। अगले दिन सोमवार को राष्ट्रपति भवन में उनका रस्मी स्वागत किया जायेगा। उसी दिन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ हैदराबाद हाउस में उनकी द्विपक्षीय बैठक होगी। इस दौरान दोनों देशों के बीच रणनीतिक साझेदारी को मज़बूत करने – खासकर अफगानिस्तान में स्थिरता लाने के मुद्दे पर भी महत्वपूर्ण बात होने की संभावना है।
बैठक में उज़्बेकिस्तान की ओर से अफगानिस्तान के रास्ते ईरान तक रेल लाइन बिछाने के लिए भारत के साथ मिलकर काम करने का प्रस्ताव आ सकता है। अफगानिस्तान के मजार-ए-शरीफ से तेहरान तक करीब 452 किलोमीटर की लाइन बिछाने का प्रस्ताव लंबित है।
सूत्रों के अनुसार, द्विपक्षीय बैठक में जिन समझौतों पर हस्ताक्षर किये जाने की संभावना है उनमें कृषि क्षेत्र में संयुक्त क्लस्टर लगाने, कृषि उत्पादन एवं विविधीकरण, बीज विकास, सिंचाई, जैव प्रौद्योगिकी, पशुपालन आदि 12 बिन्दुओं पर सहयोग किया जायेगा। नशीले पदार्थों की तस्करी रोकने के लिए कानूनी एवं संस्थागत सहयोग तथा वकीलों एवं उज़्बेक सरकार के न्यायिक अधिकारियों के प्रशिक्षण का करार किया जायेगा।
पर्यटन तथा फार्माशूटिकल क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने के करार भी होने की उम्मीद है। एक करार उज़्बेकिस्तान के आंदीजान क्षेत्र में उज़्बेक भारत फ्री फार्मा प्रक्षेत्र की स्थापना के लिए किया जाएगा। स्वास्थ्य एवं आयुर्विज्ञान के क्षेत्र में भी सहयोग का एक करार किया जाएगा।