अजमेर। राजस्थान में अजमेर के तीर्थराज पुष्कर में चल रहे अंतरराष्ट्रीय पुष्कर मेले के दौरान आज ब्रह्म चौदस (बैकुंठ चतुर्दशी) के मौके पर बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने पुष्कर सरोवर पर स्नान किया वहीं संतों का भी शाही स्नान हुआ। पुष्कर में मौजूद सैन भक्ति पीठ के संस्थापक सैनाचार्य स्वामी अचलानंदाचार्य महाराज के सान्निध्य में देश के विभिन्न क्षेत्रों से आए संतों, महंतों, महात्माओं, साधुओं ने पुष्कर सरोवर के सप्त ऋषि घाट पर परंपरागत तरीके से 17वां शाही स्नान किया। मठ, मंदिरों से जुड़े साधु महात्माओं के इस शाही स्नान को देखने के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी। स्वयं सैनाचार्य ने पुष्कर सरोवर का अभिषेक एवं पूजन पूरे विधि विधान से कर शाही स्नान की परंपरा को निभाया। पुष्कर के सन्यास आश्रम से शाही स्नान के लिए शोभायात्रा के रूप में गाजेबाजे के साथ सभी संत महंत सप्त ऋषि घाट पहुंचे और शाही स्नान किया। इस दौरान बाजार में विभिन्न संगठनों द्वारा संतों का पुष्प वर्षा कर स्वागत किया गया। उल्लेखनीय है कि आठ नवंबर को कार्तिक पूर्णिमा का महास्नान होना है लेकिन चंद्रग्रहण के चलते सुबह से ही सूतक लग जाएगा जिसका असर शाम तक रहेगा। दिनभर सूतक के चलते ब्रह्मा मंदिर भी बंद रहेगा। इन सबके मद्देनजर कुछ लोग आज ही देव दीवाली भी मनाई गई। जिला कलेक्टर अंशदीप ने अपनी शक्तियों का उपयोग करते हुए आज पुष्कर मेले का जिले में सार्वजनिक अवकाश घोषित किया।