गांधीनगर। गुजरात में कांग्रेस विधायकों के इस्तीफे का सिलसिला जारी है और लोकसभा चुनाव की घोषणा के एक दिन बाद तथा कल अहमदाबाद में पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी और अन्य वरिष्ठ नेताओं की मौजूदगी में होने वाली कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक से एक दिन पहले आज पार्टी के जामनगर ग्रामीण क्षेत्र के विधायक वल्लभ धारविया ने भी पार्टी और सदन की सदस्यता से त्यागपत्र दे दिया और सत्तारूढ़ भाजपा में शामिल हो गए।
यह पिछले तीन दिन में तीसरे कांग्रेस विधायक का जबकि वर्ष 2017 के अंत में हुए विधानसभा चुनाव के बाद से कुल पांचवे पार्टी विधायक का इस्तीफा है। विधानसभा अध्यक्ष राजेन्द्र त्रिवेदी ने बताया धारविया के इस्तीफे को स्वीकार कर लिया गया है।
साबरिया भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष जीतू वाघाणी की मौजूदगी में पार्टी में शामिल हो गए। इससे पहले कांग्रेस तथा ध्रांगध्रा सीट से तीन दिन पहले त्यागपत्र देने वाले एक अन्य पूर्व कांग्रेस विधायक परसोत्तम साबरिया ने भी आज भाजपा का दामन थाम लिया। वह अपने समर्थकों के साथ पार्टी के प्रदेश मुख्यालय कोबा स्थित श्रीकमलम में भाजपा में शामिल हुए।
ज्ञातव्य है कि सबसे पहले कांग्रेस के कद्दावर कोली विधायक कुंवरजी बावलिया ने भाजपा का दामन थामा था। उन्हें मंत्री बनाया गया है। वह उपचुनाव जीत गए थे। उनके बाद कांग्रेस की ऊंझा की महिला पाटीदार विधायक आशाबेन पटेल ने पार्टी छोड़ कर भाजपा का रूख किया था। तीन दिन पूर्व माणावदर के कांग्रेस विधायक और कट्टर कांग्रेसी माने जाने वाले अहिर नेता जवाहर चावड़ा ने भी भाजपा का दामन थाम लिया और उन्हें कैबिनेट मंत्री बना दिया गया।
इसके अलावा कांग्रेस के तलाला के विधायक भगवान बारड को खनिज चोरी के एक मामले में दो साल नौ माह की सजा होने के बाद विधानसभा अध्यक्ष ने उन्हें हाल में अयोग्य घोषित कर दिया था। पिछले चुनाव में 182 सदस्यीय सदन की 77 सीटें जीतने वाली कांग्रेस के विधायकों की संख्या अब घट कर 71 हो गई है। भाजपा के फिलहाल 100 विधायक हैं।