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Hindi Diwas 2018 - हिंदी दिवस की बधाई इंग्लिश में क्यों? - Sabguru News
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हिंदी दिवस की बधाई इंग्लिश में क्यों?

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हिंदी दिवस की बधाई इंग्लिश में क्यों?

Value of Hindi Diwas 2018 – हिंदी दिवस की बधाई इंग्लिश में क्यों ? : नमस्कार दोस्तों आप सभी को हिंदी दिवस की बधाई इंग्लिश में यानी हैप्पी हिंदी दिवस आज हिंदी दिवस है और यह हमारे लिए गर्व की बात भी है और होनी भी चाहिए क्योंकि हमारी राज भाषा है और इसके चलते यह हमारे लिए बहुत बड़ा माध्यम है जिसे हम बोलचाल के लिए एक दूसरे को समझने के लिए इस्तेमाल करते हैं।

हिंदी दिवस का इतिहास : History of Hindi Divas

14 सितंबर 1949 संविधान सभा के अंदर यह तय किया गया हिंदी भाषा को राजभाषा होगी आपको यह जानकर ताज्जुब होगा की पहले अंग्रेजी भाषा को भी राजभाषा तय करने का निर्णय होने वाला था लेकिन इसके वजह से कई दंगे और कई विवाद हुए उसके बाद हिंदी को ही राजभाषा घोषित किया गया।

आज हिंदी की स्थिति :

आज का सत्य है कि हिंदी का इस्तेमाल केवल हम अपने घरों में करते हैं और वह भी शुद्ध हिंदी का इस्तेमाल नहीं करते अभी भी हिंदी से ज्यादा अंग्रेजी को प्राथमिकता दी जाती है इस विषय के ऊपर कई बार कई प्रकार की बहस हो चुकी हैं आप चाहे किसी कस्टमर केयर पर कॉल करें यह किसी प्रकार का सरकारी फॉर्म भरें आपको प्राथमिक भाषा का चयन हमेशा इंग्लिश ही मिलेगा और हिंदी को दूसरे स्थान पर रख दिया जाता है।

हिंदी भाषा की प्राथमिकता :

यदि आप अपनी किसी भी प्रकार की जानकारी के लिए किसी कस्टमर केयर पर कॉल करते हैं तब भी आपसे प्राथमिक भाषा का चुनाव करते समय सबसे पहले इंग्लिश होता है और नंबर दो पर हिंदी आज हिंदी दिवस है हमें इस बात का गर्व भी है लेकिन इस बात का दुख भी है कि हमारी राजभाषा हिंदी होते हुए भी इसे कभी भी प्राथमिक रूप से दर्जा नहीं दिया गया बाकी के देशों में सभी लोग अपनी भाषा की इज्जत करते हैं उसका सम्मान करते हैं उसे बोलना पसंद करते हैं और उन्हें उस पर सच में गर्व होता है लेकिन हमारे देश में लोगों को हिंदी बोलने में शर्म आती है यदि वह किसी इंटरव्यू में जाते हैं तो उनसे सवाल भी हिंदी में नहीं इंग्लिश में किए जाते हैं और उनसे जवाबो की उम्मीद भी इंग्लिश में की जाती है

कोई भी चाहे किसी भी बड़े स्थान पर हो जब भी अपनी बात रखना चाहता है उसे सोचना पड़ता है कि मैं अगर हिंदी में जवाब दूंगा या हिंदी में बात करूंगा तो सामने वाला क्या सोचेगा और वहीं अगर इंग्लिश की बात होती है तो इंग्लिश को प्राथमिकता दी जाती है इंग्लिश बोलने वाले की बात को ज्यादा सुना जाता है यहां तक की जब भी हम किसी बड़े अधिकारी के सामने हिंदी में बात करते हैं तो हिंदी बोलने वाले व्यक्ति को इतनी प्राथमिकता नहीं दी जाती जितना कि अंग्रेजी बोलने वाले व्यक्ति को दी जाती है। यह सब चीजें शुरू से ही चली आ रही है लेकिन हो सकता है एक समय में आकर इनका अंत हो आप की अंग्रेजी अच्छी होना चाहिए अच्छी बात है लेकिन आपकी हिंदी भी मजबूत होनी चाहिए और आपको अपनी हिंदी पर गर्व होना चाहिए क्योंकि “हिंदी हैं हम वतन से” हिंदी दिवस की एक बार और आप सभी को शुभकामनाएं।

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