वाराणसी। उत्तर प्रदेश में वाराणसी के बाबतपुर स्थित लाल बहादुर शास्त्री अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे प्रशासन ने मंगलवार को स्पाइस जेट एवं इंडिगो विमानों के आपास में टकराने की आशंका संबंधी खबरों को निराधार बताते हुए कहा कि एक विमान के तय स्थान से आगे जाने के कारण भ्रम की स्थिति बनी।
एलबीएसआईए के निदेशक अनिल कुमार राय ने बुधवार को बताया कि यह सही है कि स्पाइस जेट (एसजी-705) के पायलट ने हवाई यातायात नियमों का उल्लंधन करते हुए विमान को होल्डिंग प्वाइंट (रुकने का निर्धारित स्थान) से आगे बढ़ा दिया था, लेकिन उसी समय उड़ान भर रहे इंडिगो विमान से टकराने जैसी स्थिति उत्पन्न नहीं हुई थी।
उन्होंने बताया कि स्पाइस जेट विमान के पायलट ने ट्रैफिक नियमों की अनदेखी की थी, जिसे बेहद गंभीरता से लिया गया है तथा इस बारे में जांच रिपोर्ट डीजीसीए को भेज दी गई है, जो इस मामले में उचित फैसला लेगा।
उन्होंने बताया कि नियमों के मुताबिक डीजीसीए का फैसला आने तक संबंधित दोनों विमानों के पायलटों को उनके प्रबंधकों ने छुट्टी पर भेज दी है।
राय ने एयर ट्रैफिक नियमों के उल्लंघन की इस घटना की जानकारी देते हुए बताया कि स्पाइस जेट विमान के होल्डिंग प्वाइंट से आगे बढ़ते ही एयर ट्रैफिक कंट्रोल (एटीएस) अधिकारियों को पता चला तथा पायलट से संपर्क स्थापित कर उन्होंने तत्काल उस विमान को रुकवा दिया था। पायलट ने एटीएस से संकेत मिलते ही विमान को रोक दिया। यह विमान 183 यात्रियों को लेकर वाराणसी से हैदराबाद के लिए उड़ान भर रहा था।
उन्होंने ने बताया कि स्पाइस जेट के पायलट ने हवाई यातायात नियमों के उल्लंधन करने की अपनी गलती स्वीकार कर ली है तथा भविष्य में अपना काम सावधानीपूर्वक करने का वादा किया है।
उन्होंने बताया यह सही है कि स्पाइस जेट विमान के होल्डिंग प्वाइंट से आगे निकलते समय इंडिगो (6-ई-3175) का विमान वाराणसी से दिल्ली के लिए उड़ान भर रहा था और स्पाइस जेट विमान की अपेक्षा तेज रफ्तार में था।
उन्होंने बताया कि एटीएस ने इंडिगो के पायलट को स्पाइस जेट विमान की स्थिति से अवगत कराते हुए सावधान कर दिया था। इसे देखते हुए इंडिगो पायलट ने सावधानी बरते हुए विमान रोक दिया था। इस विमान में 180 यात्री सवार थे।
गौरतलब है कि मंगलवार को एलबीएसआईए पर दो विमानों के आमने-सामने एवं टकाराने की आशंका तथा उनमें सवार 363 यात्रियों के जान को खतरा बताते हुए बड़ा हादसा टलने की खबरें आई थीं।