अजमेर। राजस्थान के पूर्व शिक्षा राज्य मंत्री वासुदेव देवनानी ने शिक्षा राज्य मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा पर आरोप लगाया है कि वे पण्डित दीनदयाल उपाध्याय के नाम पर पूर्वाग्रह से ग्रसित होकर गत भारतीय जनता पार्टी सरकार पर तथ्यहीन एवं झूठे आरोप लगा रहे हैं।
देवनानी ने आज एक बयान में कहा कि डोटासरा ने भाजपा पर प्रदेश में पुस्तकालयों के नाम महात्मा गांधी से बदलकर पंडित दीनदयाल उपाध्याय के नाम पर किए जाने का जो मामला उठाया है वह बिल्कुल झूठा एवं निराधार है।
उन्होंने बताया कि गत भाजपा सरकार द्वारा राज्य में भाषा विभाग द्वारा संचालित राजकीय पुस्तकालयों का नामकरण पंडित दीनदयाल उपाध्याय के नाम पर किया गया था तथा महात्मा गांधी का नाम बदलने जैसा कोई विषय ही नहीं था क्योंकि उन पुस्तकालयों के नाम महात्मा गांधी के नाम पर कभी थे ही नहीं।
उन्होंने कहा कि वर्तमान कांग्रेस सरकार द्वारा पहले प्रतिभा खोज परीक्षा से पंडित दीनदयाल उपाध्याय का नाम हटाया गया तथा अब भाषा विभाग के 35 राजकीय सार्वजनिक पुस्तकालयों के नाम से पंडित दीनदयाल उपाध्याय का नाम हटाना यह दर्शाता है कि कांग्रेस वंशवाद से बाहर आना ही नहीं चाहती है।
उन्होंने कहा कि पंडित दीनदयाल उपाध्याय के एकात्म मानववाद, अंत्योदय विचार, असामान्य गुण एवं भारतीय सामाजिक, राजनीतिक जीवन में उनका योगदान इतिहास में रेखांकित है तथा उनका देश प्रेम तथा समर्पण उच्च कोटि का था, परन्तु कांग्रेस एक परिवार के अलावा किसी ओर महापुरूष को महान नहीं मानती है।