अजमेर। देश में तीन सितंबर को आयोजित होने वाली जेईई और नीट की परीक्षा पर कांग्रेस के विरोध पर राजस्थान के पूर्व शिक्षा मंत्री वासुदेव देवनानी ने सवाल उठाए हैं।
देवनानी ने कांग्रेस के साथ साथ राज्य सरकार को भी घेरते हुए कहा है कि यह गहलोत सरकार का दोहरा चरित्र है। उन्होंने कहा कि गहलोत सरकार 31 अगस्त को राजस्थान में बीएसटीसी की प्रवेश परीक्षा कराने जा रही है जिसमें छह लाख विद्यार्थी भाग लेंगे वहीं 3 सितंबर से ही राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड पर 10वीं एवं 12वीं की पूरक परीक्षाएं भी आयोजित होंगी जिसमें भी सवा लाख से ज्यादा विद्यार्थी भाग लेंगे तो फिर जेईई और नीट की परीक्षा का विरोध कर वे सरकार के दोहरे चरित्र का प्रदर्शन क्यों कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि गहलोत सरकार तो कोरोना काल के दौरान ही बोर्ड की शेष बची वार्षिक परीक्षाओं को भी पूरा कराकर परिणाम घोषित करती है जिसमें बीस लाख से ज्यादा परीक्षार्थियों की सहभागिता रही। ऐसे में केवल जेईई और नीट की परीक्षा को लेकर राजनीति करना सरकार के दोहरे चरित्र को दर्शाता है जबकि इसके लिए राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (एनटीए) की परीक्षा आयोजन में कोरोना गाइडलाइन की पालना के स्पष्ट निर्देश है।
कांग्रेस जेईई, नीट परीक्षाएं स्थगित करने को लेकर प्रदर्शन करेगी