सिरोही। गाय की महत्ता, गौ संरक्षण व संवर्धन के साथ गौ महिमा का जन जागरण करते प्रदेश के दस जिलों से होकर वेद लक्षणा गो संदेश यात्रा शुक्रवार को गो धुलीवेला में सिरोही पहुंची जहां विश्व की सबसे बड़ी गौशाला श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा के संस्थापक गौ ऋषि दत्त शरणानंद महाराज का शहर के धर्म प्रेमी सज्जनों, माता- बहनो, गौ भक्तों एवं प्रबुद्धजनों ने गर्मजोशी से स्वागत अभिनंदन किया।
राजस्थान गौ सेवा समिति सिरोही के तत्वावधान में आयोजित गो महिमा सत्संग कार्यक्रम के मीडिया प्रभारी लोकेश खंडेलवाल ने बताया की देवनगरी सिरोही में प्रवेश करते ही गोयली चोराहा पर यात्रा और उसमें पधारे सभी साधु संतों का नगर वासियों द्वारा गर्मजोशी से माल्यार्पण करके गगनभेदी गो माता के जयकारों साथ अगवानी की गई।
इस अवसर पर बड़ी संख्या में मौजूद महिलाओं ने मंगल गीत गाकर और भजनों के माध्यम से भावपुष्प अर्पित किए। कार्यक्रम के संयोजक जय गोपाल पुरोहित ने निर्देशन में शोभायात्रा नगर के मुख्य मार्गो से आगे बढ़ी जहां जगह जगह लोगों ने यात्रा के काफिले पर गुलाब की पंखुड़ियों से पुष्पवर्षा की और गो भक्ति में झूम उठे। सरजावव गेट पर व्यापार महासंघ द्वारा स्वागत हुआ।
गो वत्सल संत समागम से संपूर्ण वातावरण भक्तिमय बन गया और लोगों ने गौ माता के प्रति करुणा का भाव जागृत करते हुए वे हिलोरे लेते रहे। संत सान्निध्य प्राप्त करने और दत्त शरणानंद महाराज के मुखारविंद से प्रेरक प्रसंग सुनने के लिए हर कोई आतुर नजर आया। यात्रा में दो रथ में सवार संतगण रास्ते में लोगों का अभिवादन करते रहे और यह शोभायात्रा अहिंसा सर्कल, सरजावाव दरवाजा, रामझरोखा, भाटकड़ा होते हुए कार्यक्रम के निमित्त देर शाम कार्यक्रम स्थल सुरभि गार्डन पहुंची। वहां पर गो पूजन, प्रवचन, गौ सेवकों का सम्मान और भजन कीर्तन के कार्यक्रम शुरू हुए।
यात्रा में केसरिया साफा, धोती कुर्ता पहने हुए गौ भक्त बाइकों पर सवार होकर आगे आगे चलते रहे और डीजे पर भजनों की धुनों ने समा बांध दिया। शोभायात्रा के साथ रघुभाई माली, दुदाराम पुरोहित, लुंबाराम चौधरी, गोविंद कुमावत, जयप्रकाश रावल, बीटी पुरोहित, ताराराम माली, राकेश पुरोहित, राजेश त्रिवेदी सहित नगर के प्रबुद्ध नागरिक एवं बड़ी तादाद में गो भक्तों के साथ समागम आगे बढ़ता रहा।
इस अवसर पर राजस्थान गो सेवा समिति के अध्यक्ष स्वामी दिनेशगिरी महाराज, श्री प्रतिधाम के गोविंद बल्लभ महाराज, दंडी स्वामी देवानन्द महाराज, रघुनाथ भारती महाराज आदि संत महात्माओं का भी सान्निध्य मिला।
इस अवसर पर ओंकारसिंह उदावत, नारायण देवासी, परीक्षित खरोर, प्रकाश माली, हेमंत पुरोहित, नरेंद्र ओझा, वीरेंद्र भाटी, बहन हेमलता पुरोहित, महिपाल चारण, चमन पुरोहित, अरुण ओझा, जब्बरसिंह, सुरेश प्रजापति, प्रकाश आमलारी, छगनलाल सिलदर, हितेश ओझा, कपूर पटेल, अशोक कुमार आदर्श, जय विक्रम हरण, नरेंद्र ओझा, विक्रमसिंह यादव, बाबूलाल प्रजापत, जयंतीलाल माली, वीरेंद्र एम चौहान, मनोज पुरोहित, मांगूसिंह बावली, गोपाल माली सहित कई सामाजिक संगठनों के कार्यकर्ता उपस्थित थे।