मुंबई। हिंदी सिनेमा के दिग्गज कलाकार श्रीराम लागू का लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया। उन्होंने 92 वर्ष की उम्र में अंतिम सांस ली। श्रीराम लागू के निधन की खबर सुन पूरा देश शोक में डूब गया। बॉलीवुड और राजनेता समेत पूरा देश उन्हें भावुक श्रद्धांजलि दे रहा है।
70 और 80 के दशक उन्होंने अपनी एक्टिंग की छाप छोड़ी। वह अमिताभ बच्चन की मशहूर फिल्म ‘मुकद्दर का सिकंदर’ में नजर आए थे। इसके अलावा उन्होंने हेरा फेरी, घरौंदा, मंजिल, थोड़ी सी बेवफाई, लावारिस, श्रीमान श्रीमती, विधाता, सदमा और इंसाफ की पुकार जैसी फिल्मों में अपनी एक्टिंग का जौहर दिखाया। बता दें, उन्हें घरौंदा फिल्म के लिए बेस्ट सपोर्टिंग एक्टर के फिल्म फेयर अवॉर्ड से नवाजा गया। इसके अलावा साल 1997 में उन्हें कालीदास सम्मान और 2010 में उन्हें संगीत नाटक अकेडमी के फेलोशिप अवॉर्ड से सम्मानित किया गया।
नेताओं ने शोक व्यक्त किया
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, एनसीपी प्रमुख शरद पवार, केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावडेकर और नितिन गडकरी ने ट्वीट करते हुए श्रीराम लागू के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए श्रद्धांजलि दी है।
Dr. Shreeram Lagoo personified versatility and brilliance. Through the years, he enthralled audiences with outstanding performances. His work will be remembered for years to come. Anguished by his demise. Condolences to his admirers. Om Shanti.
— Narendra Modi (@narendramodi) December 18, 2019
सदी के महान कलाकार श्रीराम लागू जी को मेरी तरफ से विनम्र श्रद्धांजलि! हमने एक बहुमुखी व्यक्तित्व को खो दिया है। एक अद्वितीय थिएटर अभिनेता ने सिल्वर स्क्रीन पर अपना दबदबा बनाया और प्रभाव पैदा किया। वह एक सामाजिक कार्यकर्ता भी थे।
— Prakash Javadekar (@PrakashJavdekar) December 17, 2019
वैचारिक भान असलेले प्रयोगशील रंगकर्मी म्हणून डॉ. लागूंचा मोठा प्रभाव कलाक्षेत्रावर आहे. जुन्याजाणत्यांपासून ते होतकरू कलावंतापर्यंत सर्वांना त्यांचा आधार वाटायचा. त्यांच्या निधनाने महाराष्ट्र एका प्रतिभासंपन्न अभिनेत्याला पारखा झाला. त्यांना भावपूर्ण श्रद्धांजली! pic.twitter.com/2KjzKkia80
— Sharad Pawar (@PawarSpeaks) December 17, 2019
ज्येष्ठ अभिनेते श्रीराम लागू यांच्या निधनाने मराठी नाट्यसृष्टीचे कधीही भरून न निघणारे नुकसान झाले आहे. पिंजरा, सामना यांसारखे चित्रपट आणि नटसम्राट, हिमालयाची सावली यांसारख्या अजरामर नाटकांमधून त्यांनी मराठी चित्रपट-नाट्यसृष्टी जीवंत केली. माझी डॉ लागू यांना विनम्र श्रद्धांजली.
— Nitin Gadkari (@nitin_gadkari) December 17, 2019