मुंबई। फूल खिले हैं गुलशन, गुलशन टीवी टाक शो से घर-घर मशहूर हुईं प्रसिद्ध अभिनेत्री तबस्सुम का शुक्रवार रात दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया और आज शाम उनका अंतिम संस्कार कर दिया गया। वह 78 वर्ष की थीं।
तबस्सुम ने अपने बेहतरीन और दिल को छू लेने वाले अभिनय से लोगों के दिलोदिमाग पर अमिट छाप छोड़ी थी। वह अनेक पारिवारिक धारावाहिकों में अपनी अदाकारी और मिठास भरी आवाज से मंजे हुए कलाकारों पर भी भारी पड़ती थीं। उनके पुत्र होशांग गोविल ने बताया कि उन्हें कल रात दो बार दिल का दौरा पड़ा, जिसके बाद उनका निधन हो गया।
बतौर बाल कलाकार अपने सिने करियर की शुरुआत करने वाली तबस्सुम ने फूल खिले हैं गुलशन गुलशन टॉक शो के जरिए लोगों के दिल में खास पहचान बनायी। तबस्सुम का जन्म नौ जुलाई 1944 को मुम्बई में हुआ था। उनके पिता अयोध्यानाथ सचदेव, एक स्वतंत्रता सेनानी थे, जबकि उनकी मां असगरी बेगम लेखक और पत्रकार थी।
तबस्सुम ने अपने सिने करियर की शुरुआत महज तीन वर्ष की उम्र में वर्ष 1947 में प्रदर्शित फिल्म मेरा सुहाग से की थी। बचपन में उनका नाम बेबी तबस्सुम था। मेरा सुहाग के बाद तबस्सुम ने नरगिस, मंझधार, सरगम, बहार, अफसाना, दीदार और बैजू बावरा समेत कई फिल्मों में बतौर बाल कलाकार काम किया। तबस्सुम ने फिल्म ‘दीदार’ में नरगिस के बचपन का किरदार निभाकर दर्शकों के दिलों को जीत लिया था।
तबस्सुम ने पहले भारतीय टेलीविजन टॉक शो ‘फूल खिले हैं गुलशन-गुलशन’ की शुरुआत की। इस शो में वह सिनेमा जगत से जुड़े लोगों से खास बातचीत करती थीं। तबस्सुम को इस शो को ढेर सारा प्यार मिला था। यह शो दूरदर्शन पर 21 साल तक प्रसारित हुआ था। इस शो की शुरुआत साल 1972 में हुई थी और यह 1993 तक चला था। तबस्सुम का विवाह विजय गोविल से हुआ, जो अभिनेता अरुण गोविल के बड़े भाई हैं।
वह पिछले कई सालों से अपने यू-ट्यूब चैनल के लिए भी लगातार वीडियो बना रही थीं। तबस्सुम ने अपने सिने करियर के दौरान चमेली की शादी, सुर संगम, ज़बरदस्त, हम नौजवान, हकीकत, आन-बान,तेरे-मेरे सपने, गैम्बलर, अधिकार, जॉनी मेरा नाम, प्यार का मौसम, फिर वही दिल लाया हूँ, जैसी कई फिल्मों में काम किया। 1985 में उन्होंने बतौर निर्देशक, निर्माता और लेखक अपनी पहली फिल्म ‘तुम पर हम कुर्बान’ रिलीज की थी।