चेन्नई। खनकती एवं सुरीली आवाज से गायकी की दुनिया में अलग पहचान बनाने वाले लोकप्रिय पार्श्वगायक एसपी बालासुब्रमण्यम का शुक्रवार को कोरोना वायरस के संक्रमण के कारण निधन हो गया। वह 74 वर्ष के थे।
कोरोना वायरस से संक्रमित होने के बाद बालासुब्रमण्यम को पांच अगस्त को यहां के एमजीएम अस्पताल में भर्ती कराया गाया था। अस्पताल ने आज अपराह्न मीडिया को बताया कि बालासुब्रमण्यम का निधन हो गया।
अस्पताल प्रशासन ने कल शाम स्वास्थ्य बुलेटिन जारी करके प्रख्यात गायक की स्थिति अत्यंत खराब होने की सूचना दी थी। बालासुब्रमण्यम के पुत्र एसपीबी चरण ने पिता के निधन की जानकारी देते हुए कहा कि उन्होंने अपराह्न एक बजकर चार मिनट पर अंतिम सांस ली।
संगीत की दुनिया के बेताज बादशाह के निधन की खबर से प्रशंसकों में शोक की लहर दौड़ गई है। बालासुब्रमण्यम की लाजवाब एवं सुरीली आवाज ने विश्वभर के संगीत प्रेमियों को उनका दीवाना बना दिया था। पांच दशक तक उन्होंने अपनी आवाज का जादू बिखेरा।
तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव ने बालासुब्रमण्यम के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है। राव ने अपने शोक संदेश में कहा कि हजारों गीतों को सुरीली आवाज देने वाले और प्रशंसकों द्वारा बालू के नाम से पुकारे जाने वाले बालासुब्रमण्यम ने विश्वभर में अपने प्रशंसक बनाए।
उन्होंने कहा कि यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि चिकित्सकों और अन्य मेडिकल स्टाफ की हर संभव कोशिश के वाबजूद बालासुब्रमण्यम को बचाया नहीं जा सका। उनकी कमी को पूरा नहीं किया जा सकता। मुख्यमंत्री ने शोकसंतप्त परिजनों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की है।
चरण ने अपने पिता को उत्तम इलाज और सेवाएं देने के लिए अस्पताल के अधिकारियों को धन्यवाद दिया। बालासुब्रमण्यम के पार्थिव शरीर को उनके निवास पर रखा गया है ताकि उनके प्रशंसक और शुभचिंतक उन्हें श्रद्धांजलि दे सकें।
अस्पताल ने आज जारी अपने बुलेटिन में कहा कि कोविड-19 संक्रमण से ग्रस्त बालासुब्रमण्यम पांच अगस्त को भर्ती हुए थे और गंभीर निमोनिया की स्थिति में उन्हें 14 अगस्त से जीवन रक्षक प्रणाली पर रखा गया था।
बुलेटिन में कहा गया कि क्रिटकल केयर यूनिट में वह चिकित्सकाें की टीम की लगातार निगरानी में थे। चार सितम्बर को उनकी काेरोना जांच की रिपोर्ट निगेटिव आई थी लेकिन आज सुबह उनकी हालत अत्यंत नाजुक हो गई। जीवन रक्षक प्रणाली के उच्चतम स्तर पर रखने और चिकित्सकों की टीम के हर संभव प्रयास के बावजूद उनकी स्थिति खराब होती गई और आखिर में ह्दय गति रुक जाने से उनका निधन हो गया।
अस्पातल की सह निदेशक (मेडिकल सर्विसेज) डॉ. अनुराधा भास्करन ने कहा कि हम बहुत दुख के साथ सूचित करते हैं कि अपराह्न एक बजकर चार मिनट पर उनका निधन हो गया। हम दुख की इस घड़ी में उनके परिजनों, प्रशंसकों और शुभचिंतकों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करते हैं।
बालासुब्रमण्यम के स्वास्थ्य में दो सप्ताह पहले काफी सुधार हुआ था। वह अपने आई पॉड पर संगीत सुन रहे थे और क्रिकेट मैच देख रहे थे लेकिन कल शाम उनकी स्थिति खराब हाे गई और पिछले 24 घंटे में उनकी तबीयत अत्यंत नाजुक हो गई।
इसके पहले आज सुबह बालासुब्रमण्यम की पत्नी सवित्री, पुत्र एसपीबी चरण, पुत्री पल्लवी और बहन एसपी शैलजा समेत परिजनों ने अस्पातल जाकर उनके स्वास्थ्य की जानकारी ली थी। फिल्म निदेशक भारतीराजा, मनोबाला, वेंकट प्रभु समेत फिल्म उद्योग की प्रसिद्ध हस्तियों ने सुबह अस्पातल पहुंच कर मशहूर गायक की स्थिति के बारे में जानकारी हासिल की थी।
अभिनेता से नेता बने कमल हासन कल शाम अस्पताल गए और विख्यात गायक के स्वास्थ्य के बारे में चिकित्सकों से बात की। हासन की कई फिल्मों में बालासुब्रमण्यम ने गाना गया है।
पुलिस उपायुक्त के नेतृत्व में यहां शुक्रवार को 100 से अधिक सशस्त्र पुलिसकर्मियों को तैनात करके अस्पताल को किले में तब्दील कर दिया गया था। अस्पताल के पास बैरिकेड्स लगाए गये हैं और वैध पहचान पत्र वाले व्यक्तियों को ही अंदर जाने दिया जा रहा था।
पांच दशक से अधिक समय तक गायकी की दुनिया को अपनी आवाज देने वाले बालासुब्रमण्यम ने 16 से अधिक भाषाओं में लगभग 50 हजार गाने गाए हैं। वह पद्मश्री और पद्म भूषण समेत कई प्रतिष्ठित पुरस्कारों से नवाजे जा चुके हैं।
बालासुब्रमण्यम जब कोरोना से संक्रमित हुए थे तो उन्होंने एक वीडियो जारी करके कहा था कि उन्हें खास परेशानी नहीं है। वह परिजनों के कहने पर भर्ती हो रहे हैं। उन्होंने अपने शुभचिंतकों और प्रशंसकों से कहा था कि वे चिंता न करें, वह जल्द स्वस्थ होकर लौटेंगे। इसके बाद उनकी हालात लगातार बिगड़ती गई। उनके पुत्र चरण ने 14 सितंबर को कहा था कि पिता की हालत में सुधार है।
राजनेताओं, कॉलीवुड, बॉलीवुड और टॉलीवुड के फिल्म निर्माताओं और निदेशकों समेत हर क्षेत्र की नामचीन हस्तियों ने महान गायक के निधन पर गहरा दुख जताया है। हिंदी, तमिल, तेलुगू, कन्नड़, मलयालम और तमाम दूसरी भाषाओं में सैकड़ों हिट गाने गा चुके बालासुब्रमण्यम की सेहत के लिए उनके प्रशंसक लगातार प्रार्थनाएं कर रहे थे। बालासुब्रमण्यम का नाम सबसे ज्यादा फिल्मी गानों में आवाज देने के लिए गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में दर्ज किया गया है।
उन्हें वर्ष 2001 पद्मश्री और 2011 में पद्मभूषण से नवाजा गया था। उन्हें तेुलुगू फिल्म ‘शंकराभरणम’ के लिए वर्ष 1980 में पहला राष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त हुआ था। श्री बालचंदर की फिल्म ‘एक दूजे के लिए’ के लिए उन्हें दो राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। कुल मिलाकार उन्हें छह बार राष्ट्रीय पुरस्कारों से नवाजा जा चुका है।