अजमेर। विश्व हिंदू परिषद की सेवा विभाग अजयमेरु इकाई की ओर से गैर आवासीय संस्कार शालाओं के संचालन के लिए तीन दिवसीय आचार्य प्रशिक्षण वर्ग का रविवार को विधिवत समापन हुआ।
शिविर के प्रथम दिन विभाग प्रचारक धर्मराज, प्रांत सेवा प्रमुख शिवप्रसाद के सान्निध्य में दीप प्रज्वलन कर आचार्यों के प्रशिक्षण वर्ग का शुभारंभ हुआ। आचार्य के लिए प्रशिक्षणार्थियों को आचार्य पद्धति, गीत, भजन, संस्कार शाला की आवश्यकता के बारे में जानकारी दी गई।
बोध कथा, हमारे पर्व, रीती रिवाज, महापुरुषों की जीवनी, संस्कृत मंत्र, योग, व्यायाम व खेल विषयों पर प्रशिक्षण प्रदान किया गया। दुर्गा वाहिनी की क्षेत्रीय संयोजिका अभिलाषा यादव, मातृशक्ति की क्षेत्रीय संयोजिका अलका गौड, समर्पण ध्यान प्रमुख अरुणा गुप्ता, संस्कारशाला संयोजिका दुर्गा पाराशर व प्रणव शुक्ला, अजमेर महानगर के सेवाप्रमुख राजेश पाराशर उपस्थित रहे।
दूसरे दिन विभिन्न विषयों पर सुबह 10 बजे से शाम 5:30 बजे तक प्रशिक्षणार्थियों को प्रशिक्षण दिया गया। उसमें मुख्य शिक्षक मुकुंद कटारा, संस्कार शाला आचार्य भारती, शिक्षिका प्रभा गुप्ता आदि उपस्थित रहे।
शिविर के समापन दिवस पर रविवार सुबह 10 बजे से शाम 4:30 बजे तक बदलती अर्थव्यवस्था व स्वास्थ्य विषय पर रजनीश रोहिल्ला ने आचार्यों को अपनी आर्थिक स्थिति सुदृढ़ बनाने की जरूरत पर प्रकाश डाला। विभाग मंत्री विश्व हिंदू परिषद शशि प्रकाश इंदौरिया ने महापुरुषों की जीवनी पर प्रकाश डाला।
विहिप के अजमेर महानगर अध्यक्ष एवं मुख्य अतिथि सत्यनारायण भंसाली ने सभी अतिथियों का धन्यवाद ज्ञापित किया। अजमेर महानगर सेवाप्रमुख राजेश पाराशर ने सभी प्रशिक्षित आचार्यों को भारत माता की तस्वीर, एक संस्कार दीपिका पुस्तक, फोल्डर, कॉपी, कलम आदि संस्कारशाला संचालन के लिए सेवा विभाग की ओर से प्रदान की। सभी प्रशिक्षणार्थियों व प्राचार्य ने भारत माता की आरती कर कार्यक्रम को विधिवत समान किया।
पाराशर ने बताया कि 18 फरवरी से 2 मार्च तक सभी संस्कारशालाओं का नामकरण कर अपने क्षेत्र, मोहल्ले के मंदिर प्रांगण, सामुदायिक भवन में संस्कार शालाओं का विधिवत शुभारंभ किया जाएगा।
समाज में आ रही संस्कारों की कमी को ध्यान में रखते हुए पूरे भारतवर्ष में संस्कारशाला संचालन करने का लक्ष्य रखा गया है। जिसमें अजमेर में 30, ब्यावर में 15, कोटा में 15 व भोपाल में 15 संस्कारशालाओं का संचालन विश्व हिंदू परिषद सेवा विभाग की ओर से किया जा रहा है।