अजमेर। विश्व हिन्दू परिषद के उपाध्यक्ष हुकुमचन्द सांवला ने आज दो टूक कहा कि सरकार राम मंदिर नहीं बनाएगी तो देश का हिन्दू स्वयं मंदिर बना लेगा। राम मंदिर के मुद्दे पर अध्यादेश लाना या नहीं यह सरकार को तय करना है। अगर सरकार अध्यादेश नहीं लाती है तो रामभक्त मंदिर खुद सक्षम हैं।
उन्होंने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि अब समय आ गया है कि सरकार को अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण करा देना चाहिए। सरकार के इस मुद्दे पर शिथिलता की आलोचना करते हुए उन्होंने कहा कि देश का हिन्दू अपने स्वाभिमान के लिए सब कुछ छोड़ सकता है तो फिर सरकार क्या है।
सावला ने कहा कि संत सामाज और राम भक्त अब राम मंदिर के बारे में आरपार की लड़ाई के मूड में है, इसलिए अब सरकार को तय करना है कि वह चुनावों से पहले इस विषय पर अध्यादेश लाती है या चुनाव बाद। यह जन भावना और आस्था का मामला है और इतिहास गवाह है कि जब जब सत्ता और जनता के बीच टकराव होता है तो जीत जनता की ही होती है।
सावला ने कहा कि सरकार को टकराव का रास्ता पसंद है तो रामभक्त और संत सामाज उसके लिए भी तैयार है। उन्होंने कहा कि 2010 में ही तीन सदस्यों की न्यायिक बेंच ने मान लिया था कि विवादित स्थल ही राम की जन्म भूमि थी और वही पर मंदिर भी था। सरकार को देश के करोडों हिन्दुओं की आस्था को ध्यान में रखते हुए इस दिशा में अब कदम बढा देना चाहिए। उन्होंने फैजाबाद का नाम आयोध्या करने पर भी खुशी जाहिर की।
सांवला ने इससे पहले पुष्कर पहुंच कर पवित्र सरोवर की पूजा अर्चना की तथा जगत पिता ब्रह्मा जी के दर्शन भी किए। सावला गौ रक्षा आयाम के लिए निकटवर्ती गाव होकरा में आयोजित तीन दिवसीय कार्यशाला में हिस्सा लेने आए थे। पुष्कर पहुंचने पर विश्व हिंदू परिषद के तहसील प्रमुख जयकुमार पाराशर, गौ रक्षा प्रकल्प के संयोजक हेमंत रायता ने सावला का गर्मजोशी के साथ स्वागत किया।