Warning: Constant WP_MEMORY_LIMIT already defined in /www/wwwroot/sabguru/sabguru.com/18-22/wp-config.php on line 46
धनखड़ ने नाथद्वारा में शिव प्रतिमा ‘विश्वास स्वरूपम‘ का किया अवलोकन - Sabguru News
होम Latest news धनखड़ ने नाथद्वारा में शिव प्रतिमा ‘विश्वास स्वरूपम‘ का किया अवलोकन

धनखड़ ने नाथद्वारा में शिव प्रतिमा ‘विश्वास स्वरूपम‘ का किया अवलोकन

0
धनखड़ ने नाथद्वारा में शिव प्रतिमा ‘विश्वास स्वरूपम‘ का किया अवलोकन

नाथद्वारा। उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने आज सपरिवार राजस्थान की धार्मिक नगरी नाथद्वारा में विश्व की सबसे ऊंची शिव प्रतिमा ‘विश्वास स्वरूपम‘ का अवलोकन किया।

राजस्थान विधानसभा अध्यक्ष डा सीपी जोशी और संत कृपा सनातन संस्थान के ट्रस्टी मदन पालीवाल ने धनखड का स्वागत किया। इस दौरान राज्य सरकार के सहकारिता मंत्री उदयलाल आंजना भी मौजूद थे।

इस अवसर पर धनखड़ ने कहा कि वह राज्यपाल रहते हुए यहां आए और धर्मपत्नी के साथ शिव प्रतिमा के शीश पर जाकर पूरा दृश्य देखा कि जो कुछ मदनजी ने सोचा था, वह अब पूरी तरह हकीकत में सामने आने लगा है।

इससे पहले विधानसभा अध्यक्ष डॉ. सीपी जोशी ने उप राष्ट्रपति और उनकी धर्मपत्नी का स्वागत किया और उन्हें फिर से नाथद्वारा आने का निमंत्रण दिया। डॉ. जोशी ने उन्हें न्यौता दिया कि वह शिव प्रतिमा के लोकार्पण के लिए यहां पधारें।

इससे पहले धनखड़ परिवार सहित भगवान श्रीनाथजी के दर्शन के लिए मंदिर पहुंचे। मोतीमहल पहुंचने के बाद उन्होंने मंदिर में भोग आरती झांकी के दर्शन किए। मंदिर परम्परानुसार तिलकायत पुत्र विशाल बावा ने उप राष्ट्रपति को उपरना ओढ़ा कर पान, प्रसाद, बीडा, भेंट समाधान किया। इस दौरान विधानसभा अध्यक्ष डॉ. सी पी जोशी, राजसमंद विधायक दीप्ति माहेश्वरी एवं सहकारिता मंत्री उदयलाल आंजना भी मौजूद थे।

गौरतलब है कि पुष्टीमार्गीय वैष्णव संप्रदाय की सबसे बड़ी पीठ श्रीनाथजी की नगरी नाथद्वारा में विश्व की सबसे बड़ी 369 फीट ऊंची शिव प्रतिमा ‘विश्वास स्वरूपम‘ का लोकार्पण महोत्सव 29 अक्टूबर से शुरू होगा। नौ दिवसीय कार्यक्रम के बीच इस प्रतिमा का लोकार्पण समारोह आयोजित होगा, जिसमें देश-विदेश के कई लोग भाग लेंगे। इस प्रतिमा का लोकार्पण प्रख्यात संत एवं रामकथा वाचक मोरारी बापू करेंगे।

इस प्रतिमा का निर्माण संत कृपा सनातन संस्थान के ट्रस्टी मदन पालीवाल ने कराया है। भगवान शिव की अल्हड़ रूप में बनाई प्रतिमा बेहद ही सौम्य है। नाथद्वारा की गणेश टेकरी पर बनी यह प्रतिमा 20 किलोमीटर दूर से ही नजर आने लग जाती है।