नई दिल्ली। उप राष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू ने ओडिशा के पुरी में होने वाली भगवान श्री जगन्नाथ पुरी की रथयात्रा की देशवासियों को शुभकामनाएं दी हैं। नायडू ने सोमवार देर शाम जारी एक संदेश में कहा कि इस यात्रा की लोग वर्ष भर प्रतीक्षा करते हैं। यह यात्रा देश की समृद्धि और शांति के लिए होगी।
नायडू ने कहा कि भगवान श्री जगन्नाथ की रथ यात्रा के पावन अवसर पर देशवासियों को हार्दिक शुभकामनाएं देता हूं। विशेषकर ओडिशा के निवासी जगन्नाथ पुरी की विश्व विख्यात रथयात्रा की वर्ष पर्यन्त बेसब्री से प्रतीक्षा करते हैं। रथयात्रा, भगवान विष्णु के अवतार श्री जगन्नाथ जी की वार्षिक यात्रा का अवसर होता है. इस आयोजन में रथयात्रा के उत्सव की भव्यता और रथों की दिव्यता, सचमुच कल्पनातीत होती है।
उन्होंने कहा कि आज जब भारत और विश्व कोविड-19 महामारी से जूझ रहा है, हम अपने सभी पारंपरिक उत्सव घर में ही रह कर अपने स्वजनों के साथ ही मना रहे हैं। इन विषम परिस्थितियों में, इस वर्ष हमें अपने आयोजन को सीमित रखना होगा। रथ यात्रा से जुड़ी पवित्रता और आस्था हमारे जीवन को शांति, सौहार्द और खुशहाली से समृद्ध करेगी।
शाह ने सुप्रीमकोर्ट का जताया आभार
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने ओडिशा की विश्व प्रसिद्ध जगन्नाथ पुरी रथयात्रा को शर्तों के साथ उच्चतम न्यायालय के मंजूरी देने पर न्यायालय का आभार जताते हुए कहा है कि आज का दिन पूरे देश के लिए खासकर ओडिया भाइयों, बहनों और महाप्रभु श्री जगन्नाथ जी के भक्तों के लिए एक विशेष दिन है।
शाह ने उच्चतम न्यायालय के रथ यात्रा को मंजूरी देने के बाद सोमवार को कई ट्वीट किए। उन्होंने कहा कि मामले की गंभीरता और महत्ता को देखते हुए केस को उच्चतम न्यायालय की अवकाशकालीन पीठ के सामने रखा गया। दोपहर बाद इसकी सुनवाई हुई और यह सुखद फैसला हम सबके सामने आया। ओडिशा के लोगों को बहुत-बहुत बधाई। जय जगन्नाथ।
गृहमंत्री ने लिखा कि कल शाम मैंने प्रधानमंत्री जी की सलाह पर गजपति महाराज जी (पुरी के राजा) और पुरी के शंकराचार्य जी से बात की और यात्रा को लेकर उनके विचारों को जानकर प्रधानमंत्री जी को अवगत कराया। आज सुबह प्रधानमंत्री के निर्देश पर सॉलिसिटर जनरल से भी बातचीत की। यह मेरे साथ-साथ देशभर के करोड़ों श्रद्धालुओं के लिए हर्ष की बात है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने न केवल श्रद्धालुओं की भावनाओं को समझा, बल्कि इस मामले का सकारात्मक हल निकले, इसके लिए तुरंत प्रयास शुरू किए, जिससे हमारी यह महान परंपरा कायम रही।
उन्होंने कहा कि आज का दिन हम सबके लिए, विशेषकर ओडिशा के हमारे भाइयों-बहनों और भगवान जगन्नाथ के भक्तों के लिए एक शुभ दिन है। रथयात्रा को सुप्रीम कोर्ट की मंजूरी मिलने से पूरे देश में उत्साह और आनंद का माहौल है।
भगवान जगन्नाथ के श्रद्धालुओं की आस्था रंग लाई : शेखावत
केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने जगन्नाथ रथयात्रा के संचालन को सुनिश्चित करने वाले सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर प्रसन्नता जताई है। सोमवार को अपने ट्वीट में शेखावत ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने जगन्नाथ रथयात्रा के संचालन को सुनिश्चित करने का फैसला देकर मन को प्रसन्न कर दिया है। परिस्थितियों को देखते हुए वर्षों से चली आ रही जगन्नाथ रथयात्रा की परंपरा के निर्वहन को लेकर असमंजस बना हुआ था, लेकिन श्रद्धालुओं की आस्था रंग लाई।
जगन्नाथ पुरी के राजा और शंकराचार्य के साथ ही सॉलिसिटर जनरल से परामर्श के बाद सुप्रीम कोर्ट के समक्ष यह विषय रखा गया। उन्होंने जगन्नाथ रथयात्रा की पवित्र परंपरा को बनाये रखने के लिए किए गए प्रयासों के लिए केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को धन्यवाद दिया। शेखावत ने कहा कि इस फैसले ने सभी उड़िया भाई-बहनों सहित जगन्नाथ जी के समस्त भक्तों को हर्षित किया है।
जगन्नाथ रथयात्रा को अनुमति, हिन्दुओं की विजय
पुरी की जगन्नाथ रथयात्रा संसार में विख्यात यात्रा है। यह रथयात्रा कुछ शतकों से चल रही है तथा उसका एक बडा इतिहास है। एक याचिका पर सुनवाई करते हुए सर्वोच्च न्यायालय ने कोरोना महामारी की पृष्ठभूमि पर इस यात्रा का आयोजन दिनांक 18 को स्थगित कर दिया था। इसके उपरांत हिन्दू जनजागृति समिति ने निर्णय में परिवर्तन की मांग करते हुए सर्वोच्च न्यायालय में पुनर्विचार याचिका प्रविष्ट की थी।
समिति ने इस याचिका द्वारा कहा था कि सामाजिक दूरी (सोशल डिस्टेन्सिंग) बनाते हुए यह रथयात्रा आयोजित की जा सकती है तथा इस यात्रा पर पूर्णतः प्रतिबंध लगाना अन्याय है। अन्य याचिकाकर्ताओं ने भी सर्वोच्च न्यायालय के निर्णय में परिवर्तन करने हेतु याचिका प्रविष्ट की थी।
उक्त पुनर्विचार याचिका और केंद्र तथा ओडीशा सरकारों द्वारा प्रस्तुत मतों का विचार करते हुए न्यायालय ने जगन्नाथ मंदिर की रथयात्रा को 22.6.2020 को अनुमति दे दी है। हिन्दू विधिज्ञ परिषद तथा सर्वोच्च न्यायालय के वरिष्ठ अधिवक्ता सुभाष झा ने लाखों भक्तों की ओर से इस प्रकरण में संघर्ष किया था। इसलिए हिन्दू जनजागृति समिति ने उनके प्रति आभार व्यक्त किया है।
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