नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी ने पूर्वोत्तर के तीन राज्यों के विधानसभा चुनावों में पार्टी को मिली सफलता को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सरकार की नीतियों का परिणाम बताते हुए कहा कि कर्नाटक में भी विधानसभा चुनाव में पार्टी को ऐसी ही सफलता मिलेगी।
भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने त्रिपुरा, नागालैंड और मेघालय के विधानसभा चुनाव परिणामों पर यहां पार्टी मुख्यालय में संवाददाता सम्मेलन में कहा कि त्रिपुरा के नतीजे ऐतिहासिक हैं। वहां 2013 में भाजपा को केवल 1.3 प्रतिशत वोट मिला था और उसका एक भी उम्मीदवार नहीं जीत पाया था।
एक उम्मीदवार को छोड़कर पार्टी के सभी प्रत्याशियों की जमानत जब्त हो गई थी। उन्होंने कहा कि भाजपा वहां अकेले स्पष्ट बहुमत हासिल कर रही है और सहयोगी पार्टी के साथ उसका गठबंधन की 43 सीटें जीत रहा है।
भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि इन परणामों से साफ हो गया कि वामपंथी दलों को अब कोई पसंद नहीं करता। उन्होंने कहा कि लेफ्ट अब देश के किसी हिस्से के लिए राइट नहीं रहा। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने गरीबों, दलितों और आदिवासियों के हित में काम किया जिसके कारण त्रिपुरा के आदिवासी क्षेत्रों में 20 सीटों पर राजग गठबंधन की जीत हुई है।
शाह ने कहा कि मोदी सरकार ने सत्ता में आने के बाद पूर्वोत्तर क्षेत्र में विकास कार्यो को बहुत तेजी दी जिसके कारण वहां के लोगों ने राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन को भारी समर्थन दिया है। उन्होंने कहा कि पहले भी पूर्वोत्तर के लिए राशि आवंटित की जाती थी लेकिन विकास नहीं होता था। अब वहां विकास दिखाई दे रहा है।
उन्होंने ने कहा कि नागालैंड में भाजपा को दस सीटें मिली है तथा उसे 12.1 प्रतिशत वोट मिला है जबकि 2013 के चुनाव में उसे केवल एक सीट मिली थी। उन्होंने कहा कि इस राज्य में राजग को 15 सीटों पर 37 प्रतिशत वोट मिला है।
भाजपा प्रमुख ने कहा कि मेघालय में कांग्रेस को बहुमत नहीं मिला है। उन्होंने मेघालय में तोड़फोड़ की राजनीति से इन्कार करते हुए कहा कि विधायक जिसका समर्थन करेंगे उसकी सरकार बनेगी। तीनों राज्यों में कांग्रेस को नकारा गया है और जनता मोदी के नेतृत्व में जा रही है।