श्रीगंगानगर। श्रीगंगानगर जिले के रायिसंहनगर में सरकारी अस्पताल के लेबर रूम में महिला मरीज का वीडियो बनाने एवं वायरल होने के मामले में एक चिकित्सक के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।
मुख्य चिकित्सा स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. गिरधारीलाल मेहरा की रिपोर्ट के आधार पर रायसिंहनगर थाना में गुरुवार रात को संविदा पर लगे डॉ हिमांशु शर्मा के विरुद्ध यह मामला दर्ज किया गया।
थाना प्रभारी किशनसिंह ने आज बताया कि धारा 354 के तहत दर्ज किए गए इस प्रकरण में आरोप लगाया गया है कि राजकीय अस्पताल के लेबर रूम में आई एक महिला का वीडियो बनाकर वायरल किया गया है।
यह वीडियो इस अस्पताल में संविदा के आधार पर नियुक्त डॉ हिमांशु शर्मा द्वारा बनाकर वायरल किए जाने का आरोप लगाया गया है। उन्होंने बताया कि जिस महिला का यह वीडियो बनाया गया, उसका पता लगाया जा रहा है।
उल्लेखनीय है कि यह वीडियो मई माह के अंतिम सप्ताह में वायरल हुआ, जब इस अस्पताल में नियुक्त डॉ. संजीव कुल्हरी को लेकर चिकित्सा कर्मियों और दवा विक्रेताओं के साथ एक बड़ा विवाद उत्पन्न हुआ। यह मामला कई दिन तक गरमाया रहा।
वीडियो वायरल होने पर तत्कालीन मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. नरेश बंसल ने जांच उप मुख्य चिकित्सा स्वास्थ्य अधिकारी डॉ मुकेश मेहता को सौंपी, लेकिन इस मामले को बाद में दबा दिया गया और आरोपी डॉक्टर के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई।
इसी बीच डॉ. संजीव कुलहरी को एक पखवाड़े पहले उच्च अधिकारियों ने पदस्थापन की प्रतीक्षा में रहने के आदेश जारी कर दिए। इस पर पूर्व में चला आ रहा प्रकरण और और भी भड़क गया। डॉ. कुलहरी का एपीओ आदेश निरस्त करने की मांग सहित अस्पताल से जुड़े 12 अन्य मुद्दों को लेकर वामपंथी नेताओं शोपतराम मेघवाल, राकेश ठोलिया, कालूराम थोरी, विक्रमजीत आदि ने आंदोलन शुरू कर दिया।
दस दिन से रायसिंहनगर में वामपंथियों द्वारा धरने-प्रदर्शन और आमरण अनशन तक किए जा रहे हैं। इसी मामले को लेकर रायसिंहनगर क्षेत्र में चक्का जाम का आह्वान भी किया गया। इससे पहले गुरुवार देर शाम को सीएमएचओ डॉ. गिरधारीलाल मेहरडा तथा अन्य अधिकारी रायसिंहनगर पहुंचे, जहां देर रात तक वार्ताओं के दौर चले।
इसमें समझौता हो जाने पर वामपंथियों ने आमरण अनशन खत्म करते हुए चक्का जाम के आह्वान को वापस ले लिया। रात को ही आरोपी डॉ हिमांशु शर्मा के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया गया। डॉ कुल्हरी का एपीओ आदेश अभी रद्द नहीं हुआ है, लेकिन इसके लिए आश्वासन दिया गया है।