सीधी/भोपाल। मध्यप्रदेश के सीधी जिले में जनजाति समुदाय से आने वाले एक व्यक्ति के साथ बेहद आपत्तिजनक और अमानवीय व्यवहार का वीडियो वायरल होने के बाद आज इस मामले ने तूल पकड़ लिया और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के निर्देश के बाद प्रशासन भी हरकत में आ गया।
वीडियो में दिखाई दे रहा है कि एक लाचार सा दिख रहा व्यक्ति बैठा हुआ है और सिगरेट का धुंआ उड़ा रहा एक अन्य व्यक्ति उसके साथ अमानवीय और बेहद बेहूदा हरकत करते हुए व्यवहार कर रहा है। दुर्भाग्य से इस घटनाक्रम का कोई वीडियो भी बना रहा है। वीडियो वायरल होते ही मामले ने तूल पकड़ लिया और मुख्यमंत्री चौहान ने भी आरोपी के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (रासुका) के तहत कार्रवाई के निर्देश दिए।
चौहान ने देर शाम ट्वीट के जरिए कहा कि उनके संज्ञान में सीधी जिले का एक वायरल वीडियो आया है। उन्होंने प्रशासन को निर्देश दिए हैं कि अपराधी को गिरफ्तार कर उसके खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई कर रासुका भी लगाया जाए।
इस बीच सीधी जिले के बेहरी थाने में प्रवेश शुक्ला नाम के आरोपी के खिलाफ अनुसूचित जाति जनजाति अत्याचार निवारण अधिनियम के अलावा विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है। माना जा रहा है कि उसे शीघ्र ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
यह व्यक्ति सत्तारूढ़ दल भारतीय जनता पार्टी के एक विधायक केदारनाथ शुक्ला का प्रतिनिधि बताया गया था, लेकिन शुक्ला ने स्वयं मीडिया के समक्ष आकर इससे इंकार कर दिया। उन्होंने कहा कि यह व्यक्ति उनका विधायक प्रतिनिधि नहीं है। शुक्ला ने कहा कि वीडियो उनके संज्ञान में आया है और यह शर्मनाक व्यवहार जिसने भी किया है, उसे कानून के हिसाब से सजा मिलना चाहिए।
इस बीच प्रदेश कांग्रेस के मीडिया विभाग के अध्यक्ष केके मिश्रा और पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण यादव ने ट्वीट के जरिए इस शर्मनाक घटना को उठाया और आरोप लगाया कि आरोपी भाजपा विधायक का करीबी है। कांग्रेस नेताओं ने एक पोस्टर भी जारी किया है, जिसमें कथित आरोपी का चित्र दिखाते हुए दावा किया गया है कि इसमें प्रवेश शुक्ला नाम के व्यक्ति के साथ विधायक प्रतिनिधि लिखा हुआ है।
दूसरी ओर प्रदेश भाजपा के मीडिया प्रभारी आशीष अग्रवाल ने ट्वीट के माध्यम से कहा कि प्रवेश शुक्ला नाम के व्यक्ति का भारतीय जनता पार्टी से कोई नाता नहीं है। उन्होंने कहा कि प्रदेश भाजपा इस व्यक्ति के ऊपर कड़ी से कड़ी कार्रवाई की मांग करती है और उनकी पार्टी प्रत्येक ऐसे कुत्सित कृत्य का विरोध करेगी, जो आदिवासी समाज के विरोध में किया जाएगा।
पुलिस सूत्रों ने कहा कि इस घटना के मामले में जांच प्रारंभ कर दी गई है। आरोपी ने यह कृत्य क्यों और कब किया, जैसे प्रश्नों का उत्तर शीघ्र ही जांच के बाद पता लगने की संभावना है।