अजमेर। अजमेर-चित्तौड़गढ़ रेल मार्ग पर अजमेर-भागलपुर ट्रेन के मैनेजर (रेलवे गार्ड) की सतर्कता तथा त्वरित कार्रवाई से एक रेलयात्री की जान बच गई। यदि ट्रेन मैनेजर सतर्कता नहीं बरतता तो समय पर उपचार नहीं मिलने पर यात्री की जान भी जा सकती थी।
वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक विवेक रावत के अनुसार शनिवार को गाड़ी संख्या 13424 अजमेर-भागलपुर ट्रेन सुबह 6:20 बजे अजमेर से रवाना होने के पश्चात क्रॉसिंग के चलते भीलवाड़ा व चित्तौड़गढ़ स्टेशनों के मध्य रेल मार्ग पर स्थित सोनियाना स्टेशन पर खड़ी थी।
क्रॉसिंग के पश्चात जैसे ही गाड़ी सोनियाना स्टेशन से निकली और लूप लाइन से होते हुए मेन लाइन की ओर जा रही थी तभी एक अशोक कुमार नाम का रेलयात्री जो कि परिवार सहित भीलवाड़ा से दमोह की यात्रा कर रहा था, अचानक चलती ट्रेन से गेट से नीचे गिर गया जिसे इस ट्रेन के ट्रेन मैनेजर संजय कुमार ने देखा और तुरंत लोको पायलट को बोलकर गाड़ी रुकवाई।
वे यात्री के पास पहुंचे और देखा कि गिट्टी व पत्थर आदि की वजह से यात्री को चोट लगी है, उन्होंने उसे तुरंत प्राथमिक उपचार दिया और तबीयत के बारे में पूछा और गाड़ी तक लेकर आए और सीट पर लिटाया। यात्री ने स्वयं को ठीक बताया और आगे की यात्रा हेतु सक्षम बताया। तब गाड़ी को रवाना किया गया। कोटा पहुंचने पर ट्रेन मैनेजर संजय कुमार ने पुनः यात्री से मुलाकात कर हालचाल पूछा जिस पर यात्री ने स्वयं को ठीक बताया।
संजय कुमार अजमेर भागलपुर ट्रेन में अजमेर से कोटा तक ट्रेन मैनेजर की ड्यूटी पर थे। इस प्रकार एक ट्रेन मैनेजर द्वारा अपनी ड्यूटी के दौरान सतर्कता बरतते हुए ट्रेन से गिरे हुए यात्री को देखकर गाड़ी रुकवा कर उसका उपचार कराया ताकि उसकी जान बच सके और वह इसमें सफल भी रहे। भारतीय रेल के सभी रेलकर्मी इसी प्रकार सदैव रेल यात्रियों की रक्षा, सुरक्षा और सुविधा हेतु कृत संकल्प है।