अजमेर। भारत की विज्ञान परंपरा प्राचीन काल से आधुनिक समय तक बहुत ही समृद्ध रही है। भारत के वैज्ञानिक दृष्टि का सार रहा है कि विज्ञान का उपयोग मानवता के विकास के लिए होना चाहिए न कि विनाश के लिए।
यह विचार शुक्रवार को पुष्कर मार्ग स्थित आदर्श विद्या निकेतन माध्यमिक विद्यालय में आयोजित जिला स्तरीय विज्ञान मेले के समापन अवसर पर मुख्य वक्ता डॉ राजेश खत्री ने व्यक्त किए।
इस मेले में विद्या भारती संस्थान अजमेर से सम्बंधित 20 विद्यालयों के 300 से अधिक विद्यार्थियों ने अपनी कल्पना और विज्ञान के तर्कपूर्ण विषयों से जुडे 150 से अधिक विज्ञान मोडल्स का प्रदर्शन किया। इसके साथ ही विज्ञान पर आधारित प्रश्न मंच और पत्रवाचन प्रतियोगिता आयोजित की गई।
कार्यक्रम में अध्यक्षता करते हुए जिला निरीक्षक संजय शर्मा ने कहा कि नन्हें वैज्ञानिकों की एक नई मालिका खड़ी करने के उद्देश्य से विद्या भारती संस्थान देशभर में हर साल विद्यालय स्तर से राष्ट्रीय स्तर तक इस प्रकार के विज्ञान मेलों का आयोजन करता है।
जिला स्तर पर प्रथम रहे छात्र आगे प्रान्त स्तर कि प्रतियोगिता में भाग लेंगे। कार्यक्रम में धन्यवाद ज्ञापित करते हुए आयोजन के संयोजक एवं प्रधानाचार्य भूपेन्द्र उबाना ने उपस्थित सभी छात्रों और आचार्यो को प्लास्टिक छोड़ो, जल बचाओ और पेड़ लगाओ का संकल्प करवाया। कार्यक्रम के अंत में प्रथम और द्वितीय स्थान प्राप्त करने वाले सभी छात्रों को मैडल और प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया।