नई दिल्ली। बैंकों के साथ नौ हजार करोड़ रुपए की धोखाधड़ी और धनशोधन मामले में वांछित भगोड़े शराब कारोबारी विजय माल्या ने एक बार फिर सरकार से अपना कर्ज लौटाने की पेशकश स्वीकार करने और मुकदमों को बंद करने की गुहार लगाई है।
माल्या ने गुरुवार को कोरोना वायरस चुनौती से देश की अर्थव्यवस्था को उबारने के लिए नरेन्द्र मोदी सरकार के 20 लाख करोड़ के पैकेज पर बधाई देते हुए ट्वीट कर एक बार फिर सरकार से उस पर बकाया कर्ज के शत प्रतिशत भुगतान की पेशकश स्वीकार करने और उसके खिलाफ सभी मामले खत्म करने की विनती की है।
विजय माल्या ने ट्वीट कर कहा कि कोविड-19 राहत पैकेज के लिए सरकार को बधाई, सरकार जितना चाहे उतने नए नोट छाप सकती है, किंतु मेरे जैसे छोटे योगदानकर्ता की पेशकश की लगातार अनदेखी की जा रही है जो सरकारी बैंकों का शत प्रतिशत कर्ज वापस करने को तैयार है। कृपया बिना शर्त मुझसे पैसे लीजिए और मेरे खिलाफ सारे मामले बंद कीजिए।
भगोड़े शराब कारोबारी माल्या की विमानन कंपनी किंगफिशर एयरलाइंस भी बंद हो चुकी है। माल्या भारत प्रत्यर्पण के खिलाफ लंदन उच्च न्यायालय में मुकदमा हार चुका है और अब इस आदेश के खिलाफ ब्रिटेन के सुप्रीम कोर्ट में अपील कर रखी है।
माल्या ने 31 मार्च को भी एक ट्वीट किंगफिशर एयरलाइंस के बैंकों से लिए गए कर्ज को शत प्रतिशत लौटाने की अपनी गुहार पर वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण से कोरोना संकट की चुनौती के समय में विचार की अपील की थी।