अहमदाबाद। गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रुपाणी और उपमुख्यमंत्री नितीनभाई पटेल भगवान जगन्नाथ की 141वीं रथयात्रा शुरूआत करने की पहिंद विधि 14 जुलाई आसाढी दूज को यहां करेंगे।
अहमदाबाद जगन्नाथ मंदिर के ट्रस्टी महेन्द्रभाई झा ने मंगलवार को कहा कि पहिंद विधि के लिए दो सोने की झाडू भी बनवाई गई हैं जिससे रूपाणी और पटेल एक साथ सोने की झाडूओं से पहिंद विधि यानी भगवान जगन्नाथ के रथ के आगे सोने के झाडू से झाडू लगाकर रथ को खुद खींच कर भगवान की इस रथयात्रा की शुरुआत करेंगे।
अहमदाबाद में 14 जुलाई शनिवार को भगवान जगन्नाथ की 141वीं रथयात्रा निकलेगी। इस दौरान भगवान जगन्नाथ, बहन सुभद्रा और बड़े भाई बलराम के साथ भगवान नगरयात्रा पर निकलेंगे। सुबह चार बजे मंगला आरती और विशिष्ट खिचड़ी का भोग भगवान को चढ़ाया जाएगा। भगवान की मंगला आरती के साथ ही हजारों भक्त भगवान जगन्नाथ के दर्शन करेंगे।
आरती के बाद भगवान को रथ में बैठाया जाएगा। जहां राज्य के मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री पहिंद विधि कर रथ को खुद खींच कर भगवान की इस रथयात्रा की शुरुआत करेंगे।
भगवान जगन्नाथ मंदिर के महंत दिलीपदासजी महाराज और ट्रस्टी महेन्द्रभाई झा ने बताया कि अहमदाबाद की भगवान जगन्नाथ रथयात्रा जगन्नाथपुरी की रथयात्रा की तर्ज पर ही निकलती है।
अहमदाबाद में भगवान के रथ परंपरागत मार्गों पर होकर रथ यात्रा कर शाम को मंदिर में वापस आ जाएंगे। यात्रा की शुरुआत सबसे पहले गजराज से होती है। इसलिए करीब 18 सजे हुए गजराज यात्रा में सबसे आगे रहेंगे। उसके बाद 101 प्रकार की झांकियां होंगी।
इस दौरान कसरत के प्रयोग दिखाते हुए 30 अखांड़े, 18 भजन मंडली, तीन बैंडबाजे भी भगवान के रथ के साथ रहेंगे। करीब 2500 से अधिक साधु-संत हरिद्वार, अयोध्या, नासिक, उज्जैन, जगन्नाथपुरी और सौराष्ट्र से इस रथयात्रा में आएंगे।
इस रथयात्रा के लिये प्रसाद के भी खास इंतजाम किए गए हैं। करीब 30 हजार किलोग्राम मूंग, 500 किलोग्राम जामुन, 300 किलोग्राम आम, 400 किलोग्राम ककड़ी, अनार और खिचड़ी का प्रसाद रथयात्रा के दौरान बांटा जाएगा।
रथयात्रा के दौरान शहर में सुरक्षा के खास इंतजाम किए गए हैं। सीआरपीएफ, एसआरपी की टीम के साथ-साथ गुजरात पुलिस के सुरक्षाकर्मी भी चप्पे-चप्पे पर तैनात रहेंगे। रथयात्रा के रूट पर सीसीटीवी कैमरे और ड्रोन से भी नज़र रखी जाएगी।