जयपुर। राजस्थान में सीकर जिले के थोई थाना क्षेत्र में एक बालिका की दुष्कर्म के बाद हत्या के मामले में थानाधिकारी सहित स्टाफ को हटाने एवं पीड़ित परिवार को एक करोड़ रूपए मुआवजा की मांग को लेकर ग्रामीणों द्वारा मृतका का शव के साथ दिया जा रहा धरना गुरूवार को दूसरे दिन भी जा रही रहा।
थोई थाने के बाहर सैकडो की संख्या में ग्रामीण मृत बालिका के शव को एम्बूलैंस में रखकर धरने पर बैठे है। ग्रामीणों ने घटना में दोषी आरोपियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई तथा थानाधिकारी सहित सम्पूर्ण स्टाफ को हटाने तथा पीडित परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी तथा मुआवजा देने की मांग स्वीकार नहीं करने तक मृत बालिका के शव का अंतिम संस्कार नहीं करने की घोषणा की है।
संभागीय आयुक्त, जिला कलेक्टर, जिला पुलिस अधीक्षक गगनदीप गींगला सहित पुलिस एवं प्रशासनिक अधिकारियों ने धरनास्थल पर पहुंच कर ग्रामीणो से समझाईश की लेकिन ग्रामीण अपनी मांग स्वीकार नहीं होने तक मृतका का अंतिम संस्कार नहीं करने पर अडे हुए है। जिला प्रशासन ने कानून एवं व्यवस्था के लिए अतिरिक्त जिला पुलिस अधीक्षक के नेतृत्व में आस पास के थानों से अतिरिक्त पुलिस जाब्ता को लगाया हुआ है।
गौरतलब है कि थोई थाना क्षेत्र के कांवट में गत 17 जनवरी को 14 वर्षीय पीडित बालिका के साथ उसके पडोसी में रहने वाले बसंत मीणा ने दुष्कर्म करने के बाद स्टोल से गला दबाकर हत्या करने का प्रयास किया था। गंभीर रूप से घायल बालिका को जयपुर के जे के लोन अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां गत मंगलवार को उसने दम तोड दिया। उसके गले में इंजरी एवं सांस लेने में परेशानी हाेने के कारण दम घुटने से उसकी माैत हाे गई।
पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है। इधर बुधवार को बच्ची के शव को जयपुर में पोस्टमार्टम के बाद कावंट लाया गया। ग्रामीणों ने शव का अंतिम संस्कार नहीं किया तथा सैकडो की संख्या में ग्रामीण थोई थाने के बाहर धरने पर बैठे गये।