अजमेर। राजस्थान में अजमेर स्थित ख्वाजा मोईनुद्दीनहसन चिश्ती की दरगाह में ईदुलफितर के दिन सुबह लॉकडाउन नियमों का उल्लंघन करने का मामला सामने आया है।
दरगाह नाजिम एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी शकील अहमद ने पुलिस में दी गयी रिपोर्ट में कहा है कि 25 मई की सुबह चार से सात के बीच दरगाह के निजामगेट से पुलिस निगरानी के बावजूद 20-30 लोग अंदर प्रवेश कर गए और संदली मस्जिद में फजर की नमाज अदा कर लॉकडाउन का उल्लंघन किया। यह वह समय भी था जब ईद वाले दिन सुबह तड़के जन्नती दरवाजा भी खोला गया था।
हैरानी की बात यह है कि दरगाह सड़क पर मौजूद निजामगेट पर पुलिस कार्मिकों की मौजूदगी रहती है और गेट पर लिखित एंट्री के बाद ही प्रवेश दिया जा रहा है। ऐसे में नाजिम की शिकायत पुलिस के व्यवहार पर भी उंगली उठा रही है।
रिपोर्ट में नाजिम ने पुलिस से मांग की है कि अज्ञात लोगों के खिलाफ सीसीटीवी फुटेज से पहचान कर दंडात्मक कार्यवाही की जाए। जिला पुलिस अधीक्षक कुंवर राष्ट्रदीप ने नाजिम की शिकायत पर दरगाह थाने को मुकदमा दर्ज करने के निर्देश दिए उसके बाद दरगाह थाना प्रभारी हेमराज ने धारा 188, 269, 270 के अलावा महामारी अधिनियम के तहत अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया।
उल्लेखनीय है कि एक दिन पहले ही मौरूसी अमले के नक्कारसी शमीमुद्दीन अहमद ने भी पुलिस थाने में मामला दर्ज करा अज्ञात लोगों के शादियाने बजाने, नक्कार एवं नकदी चोरी करने तथा धारा 144 के उल्लंघन का मामला दर्ज कराया था। सवाल यह है कि जब देशभर के सभी धर्मस्थल लॉकडाउन के चलते बंद है और अजमेर दरगाह शरीफ के बाहर तो पुलिस का पहरा भी है फिर कैसे पुलिस सुरक्षा को धता बताते हुए अज्ञात लोग दरगाह में प्रवेश कर रहे हैं।