मुंगेर। बिहार में मुंगेर जिले के कोतवाली थाना क्षेत्र में पिछले सोमवार को प्रतिमा विर्सजन के दौरान हुई फायरिंग में एक युवक की मौत और पुलिस की भूमिका के विरोध में आक्रोशित भीड़ ने आज पुलिस अधीक्षक कार्यालय पर पथराव किया और पुलिस जीप एवं मोटरसाइकिल में आग लगा दी।
आधिकारिक सूत्रों ने गुरुवार को यहां बताया कि मुंगेर पुलिस की भूमिका के विरोध में आक्रोशित भीड़ ने शहर के किला परिसर स्थित पुलिस अधीक्षक कार्यालय पर पथराव किया।
इसके अलावा भीड़ ने मुंगेर शहर के पूरबसराय पुलिस आउट पोस्ट (ओपी) में रखी पुलिस की जीप और मोटरसाइकिलों को आग के हवाले कर दिया। प्रदर्शनकारी मूर्ति विसर्जन के दौरान पुलिस की बर्बर कार्रवाई में शामिल पुलिस पदाधिकारियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की मांग कर रहे थे।
इस बीच पुलिस महानिरीक्षक मनु महाराज ने बताया कि जिले के मुफस्सिल थाना और वासुदेवपुर पुलिस आउट पोस्ट (ओपी) के अध्यक्षों को तत्काल लाइन हाजिर कर दिया गया है।
सूत्रों ने बताया कि गोलीकांड में युवक की मौत के विरोध में गुरुवार को मुंगेर शहर के बाजार बंद रहे। चैंबर ऑफ कॉमर्स के सदस्य सुबह से ही बाजार में दुकानों को बंद रखने की अपील कर रहे थे।
इस दौरान घटना के विरोध में शहर में प्रदर्शन किया गया। मुंगेर में बुधवार को मतदान समाप्त होने के बाद सुरक्षा बलों के जाते ही लोग जमा होने लगे। पुलिस अधीक्षक कार्यालय के पास करीब 25-30 हजार लोग जमा हो गए। पुलिस बेकाबू हालात को नियंत्रित करने का प्रयास कर रही है।
गौरतलब है कि मुंगेर जिले के कोतवाली थाना क्षेत्र में 26 अक्टूबर को मां दुर्गा सहित अन्य प्रतिमाओं के विसर्जन के दौरान हुई फायरिंग में एक युवक की मौत हो गई तथा छह अन्य घायल हो गए।
जिला पदाधिकारी राजेश मीणा और पुलिस अधीक्षक लिपि सिंह ने मंगलवार को बताया था कि दीनदयाल उपाध्याय चौक पर सोमवार की रात मां दुर्गा सहित अन्य प्रतिमाओं के विसर्जन के दौरान असामाजिक तत्वों की ओर से पुलिस और भीड़ पर हुई फायरिंग में एक युवक की मौत हो गई तथा छह अन्य घायल हो गए।
दोनों अधिकारियों ने बताया था कि असामाजिक तत्वों की ओर से किए गए पथराव में संग्रामपुर थानाध्यक्ष सर्वजीत कुमार, कोतवाली थानाध्यक्ष संतोष कुमार सिंह, कासिम बाजार थानाध्यक्ष शैलेश कुमार और वासुदेवपुर पुलिस आउट पोस्ट के अध्यक्ष सुशील कुमार सहित 20 पुलिसकर्मी भी घायल हो गए।