कोलकाता । नियमित कप्तान विराट कोहली और अनुभवी विकेटकीपर महेंद्र सिंह धोनी के बिना उतरने जा रही भारतीय टीम के युवा खिलाड़ियों का वेस्ट इंडीज के खिलाफ यहां ईडन गार्डन में होने वाले पहले ट्वंटी- 20 मुकाबले में कड़ा इम्तिहान होगा।
कप्तान विराट को वेस्ट इंडीज के खिलाफ तीन मैचों की ट्वंटी-20 सीरीज के लिए विश्राम दिया गया है जबकि भारतीय टीम के सबसे अनुभवी खिलाड़ी धोनी को चयनकर्ताओं ने ट्वंटी-20 की टीम से बाहर कर दिया है। हालांकि विराट का कहना है कि धोनी ने युवा खिलाड़ियों को ट्वंटी-20 में मौका देने के लिए खुद इस फॉर्मेट से फिलहाल अलग होने का फैसला किया है।
विराट को विश्राम दिए जाने के बाद टीम की कप्तानी रोहित शर्मा को दी गयी है जिनकी अगुवाई में भारत ने इस साल एशिया कप जीता था।विराट को एशिया कप में भी आराम दिया गया था। भारत की ट्वंटी-20 टीम में कई युवा खिलाड़ी शामिल हैं जिन्हें 2020 के ट्वंटी-20 विश्व कप के लिए तैयार किया जा रहा है।
इस मुकाबले में सभी निगाहें ख़ास तौर पर युवा विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत पर रहेंगी जो इस समय उन चुनिंदा भारतीय खिलाड़ियों में शामिल हैं जो तीनों फॉर्मेट में खेल रहे हैं। पंत ने अब तक पांच टेस्ट, तीन वनडे और चार ट्वंटी-20 मैच खेले हैं। वनडे में धोनी के पास विकेटकीपिंग की जिम्मेदारी रहती है जबकि पंत को अब ट्वंटी-२० में यह जिम्मेदारी उठानी होगी।
पंत को यह भी ध्यान रखना होगा कि टीम में दूसरे विकेटकीपर बल्लेबाज दिनेश कार्तिक भी मौजूद हैं जो विशुद्ध बल्लेबाज के तौर पर खेलेंगे। टीम में इस समय विकेटकीपर के लिए कड़ी प्रतिस्पर्धा है और कोई भी खिलाड़ी अपनी जगह को हलके में नहीं ले सकता।
पंत के अलावा जिन युवा खिलाड़ियों पर नजरें रहेंगी उनमें 23 साल के श्रेयस अय्यर और 19 साल के वाशिंगटन सुंदर शामिल हैं। इनके अलावा बाएं हाथ के स्पिनर शाहबाज नदीम को अंतिम एकादश में मौका मिलता है या नहीं, इस पर भी नजरें रहेंगी। नदीम ने घरेलू क्रिकेट में लगातार अच्छा प्रदर्शन किया है और हाल में विजय हजारे ट्रॉफी मैच में उन्होंने आठ विकेट लेकर नया विश्व रिकॉर्ड बनाया था।
29 साल के नदीम का घरेलू क्रिकेट में लगातार शानदार प्रदर्शन रहा है लेकिन टीम में लेफ्ट आर्म स्पिनर के रूप में एक आलराउंडर क्रुणाल पांड्या और दो कलाई के स्पिनर युजवेंद्र चहल और कुलदीप यादव मौजूद हैं, ऐसे में नदीम को अंतिम एकादश में मौका मिल पायेगा यह एक बड़ा सवाल रहेगा।
अनुभवी खिलाड़ियों के लिहाज से शीर्ष क्रम में कार्यवाहक कप्तान रोहित के साथ उनके जोड़ीदार शिखर धवन मौजूद हैं और शिखर के पास अपनी फॉर्म पाने का यह एक अच्छा मौका है क्योंकि वनडे सीरीज के पांच मैचों में उनका शीर्ष स्कोर 38 रन रहा था।
टीम में लोकेश राहुल और मनीष पांडेय के रूप में दो अन्य अनुभवी बल्लेबाज हैं। मनीष के पास टीम में अपनी जगह पुख्ता करने का यह अच्छा मौका रहेगा। तेज गेंदबाजी में भारत को जसप्रीत बुमराह, भुवनेश्वर कुमार, उमेश यादव और बाएं हाथ के तेज गेंदबाज खलील अहमद के रहते चिंता करने की ज्यादा जरूरत नहीं है।
टेस्ट सीरीज 0-2 और वनडे सीरीज 1-3 से गंवा चुके विंडीज के पास अपनी साख में सुधार करने के लिए ट्वंटी-20 सीरीज एक शानदार मौका है क्योंकि उसके खिलाड़ी इस फॉर्मेट में खुद को बेहतर महसूस करते हैं। डेरेन ब्रावो और कीरोन पोलार्ड की मौजूदगी कैरेबियाई टीम को नयी मजबूती देगी।
ईडन गार्डन वही मैदान है जहां वेस्ट इंडीज ने 2016 में ट्वंटी-20 विश्व कप जीता था। वेस्ट इंडीज की ट्वंटी-20 टीम के कप्तान कार्लोस ब्रैथवेट ने विश्व कप फाइनल में लगातार चार छक्के मारकर अपनी टीम को विश्व कप दिलाया था।ब्रैथवेट चाहेंगे कि टीम ट्वंटी-20 सीरीज में शानदार शुरुआत करे ताकि उनकी टीम मेजबान को चुनौती दे सके।
भारत का वेस्ट इंडीज के खिलाफ ट्वंटी-20 में कोई बहुत अच्छा रिकॉर्ड नहीं है और अपनी जमीन पर उसे इस रिकॉर्ड को सुधारना है। भारत ने वेस्ट इंडीज से आठ ट्वंटी-20 मैचों में सिर्फ दो जीते हैं, पांच हारे हैं और एक में कोई परिणाम नहीं निकला है।