राजकोट । भारतीय कप्तान विराट कोहली ने वेस्टइंडीज़ के खिलाफ पहले टेस्ट में भारत की सबसे बड़ी जीत हासिल करने के बाद शनिवार को कहा कि इंग्लैंड और भारत की परिस्थितियों की कोई तुलना नहीं की जा सकती।
भारत ने वेस्टइंडीज़ को पहले टेस्ट में तीन दिन के अंदर ही पारी और 272 रन से पराजित कर दिया जाे उसके टेस्ट इतिहास की सबसे बड़ी जीत है। भारत को इस सीरीज़ से पहले इंग्लैंड में पांच टेस्टों में 1-4 से हार का सामना करना पड़ा था।
यह मैच जीतने के बाद भारत और इंग्लैंड की परिस्थितियों के बारे में पूछे जाने पर विराट ने कहा,“ मुझे नहीं लगता कि इंग्लैंड और भारत की परिस्थितियों की तुलना की जानी चाहिये। वह एक बड़ी चुनौती थी और जहां तक मेरा मानना है कि जैसी हमारी क्षमता है, घरेलू परिस्थितियों में हम पूरी तरह दबदबा बनाकर रखेंगे। इस मैच में हर लिहाज़ से हमने एकतरफा प्रदर्शन किया।”
वेस्टइंडीज़ के प्रदर्शन के लिये भारतीय कप्तान ने कहा,“ मेहमान टीम के प्रदर्शन के बारे में मेरे लिये कुछ भी कहना उचित नहीं होगा। मुझे विश्वास है कि वे अपनी गलतियों को दूर करेंगे अौर अपने प्रदर्शन में सुधार लाएंगे। विपक्षी टीम क्या करती है हम उसपर अपना ध्यान नहीं लगाना चाहते। मुझे इस बात की खुशी है कि हमारा प्रदर्शन हर लिहाज़ से शत प्रतिशत रहा।”
विराट ने इस मैच में खासतौर पर ओपनर पृथ्वी शॉ और ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा की सराहना करते हुये कहा,“ अपने पहले टेस्ट में ही पृथ्वी ने कमाल का प्रदर्शन किया। इस लड़के ने दिखाया कि उसमें एक अलग ही काबिलियत है। यही कारण है कि हम उसे टेस्ट टीम में लाये। एक कप्तान के लिहाज़ से यह देखना बहुत रोमांचित है कि नया खिलाड़ी अपने पहले ही मैच में कितना बेहतर प्रदर्शन करता है।”
जडेजा की तारीफ करते हुये कप्तान ने कहा,“ उन्होंने हमारे लिये महत्वपूर्ण रन जुटाये। हम चाहते थे कि वह तीन अंकों के आंकड़े पर पहुंचे। मेरा मानना है कि वह हमारे लिये मैच को बदल सकते हैं और बल्ले तथा गेंद से मैच विजयी योगदान दे सकते हैं। वह मैदान में बिजली की फुर्ती से प्रदर्शन करते हैं जिससे हमारे क्षेत्ररक्षण में एक अलग धार आती है।”
विराट ने साथ ही तेज़ गेंदबाज़ों उमेश यादव और मोहम्मद शमी को भी सराहा। उन्होंने कहा,“ पहली पारी में दोनों ने नयी गेंद से विकेट लेकर विपक्षी टीम को दबाव में ला दिया। शमी ने ऐसी पिच पर विकेट निकाले जिसपर तेज़ गेंदबाज़ों के लिये ज्यादा कुछ नहीं था। मैं यहां की गर्मी को देखते हुये चार गेंदबाज़ों के साथ नहीं खेलना चाहता।”
उन्होंने कहा,“ इन परिस्थितियों में स्पिनर काफी कारगर साबित होते हैं। कुलदीप ने दूसरी पारी में गज़ब का प्रदर्शन किया जबकि अश्विन पहली पारी में बेहतरीन थे। जडेजा के प्रदर्शन में निरंतरता थी। हमें अोवर रेट का भी ध्यान रखना था क्योंकि नये नियम के तहत मैदान में बार बार आप पानी नहीं पी सकते। 40-45 मिनट तक पानी पिये पीना खिलाड़ियों के लिये खेलना काफी मुश्किल है। भारत में स्पिनरों को काफी गेंदबाजी करनी होती है। मुझे उम्मीद है कि इन नियमों के बारे में सोचना होगा और परिस्थितियों के हिसाब से इसे तय करना होगा।”