अहमदाबाद। भारतीय कप्तान विराट कोहली ने तीसरे डे नाइट टेस्ट में इंग्लैंड के खिलाफ ऐतिहासिक जीत के बाद कहा कि उन्हें नहीं लगता कि दोनों टीमों ने अच्छी बल्लेबाजी की। हमारा स्कोर 100 रन पर तीन विकेट था और तभी हम 150 से भी रनों पर ऑलआउट हो गए। यह एक रोमांचक टेस्ट था जो दिन में समाप्त हो गया।
कोहली ने मैच के बाद प्रजेंटेशन के दौरान कहा,“गेंद का टर्न होना अजीब था। पहली पारी में विकेट बल्लेबाजी के लिए अच्छा था। चौंकाने वाली बात यह है कि 30 में से 21 विकेट सीधी गेंदों पर गिरे। टेस्ट क्रिकेट का मतलब ही अपने डिफेंस शॉट भरोसा करना है।
बल्लेबाजों ने जज्बा नहीं दिखाया और इसी वजह से यह मैच जल्दी समाप्त हो गया। बुमराह ने मुझसे कहा कि उन्हें खेलते हुए काम का दबाव सहन करना पड़ रहा है। वहीं ईशांत ने शिकायत की कि उन्हें अपने 100वें टेस्ट मैच में गेंदबाजी करने को नहीं मिल रही। मैंने पहले कभी ऐसा अनुभव नहीं किया।
भारतीय कप्तान ने टीम में रविंद्र जडेजा की कमी के बारे में कहा कि जडेजा के टीम में न होने से कई खिलाड़ियों का मौका मिला। ऐसे में अक्षर पटेल टीम में आए जो तेजी से और अच्छी हाइट से गेंद फेंकते हैं। मुझे समझ नहीं आता कि गुजरात में ऐसा क्या खास है कि वहां से इतने लेफ्ट आर्म स्पिनर आते हैं।
आप अक्षर की गेंद पर न तो स्वीप कर सकते हैं और न ही डिफेंड, क्योंकि वह लगातार आपके शरीर पर गेंदबाजी करते हैं। अगर विकेट से थोड़ी भी मदद मिल रही हो तो अक्षर बेहद खतरनाक हो जाते हैं। हमें रविचंद्रन अश्विन की भी तारीफ करनी चाहिए। वह टेस्ट क्रिकेट में आधुनिक दौर के महान खिलाड़ी हैं। कप्तान के तौर पर मैं बहुत खुश हूं कि अश्विन मेरी टीम में हैं। हमें आगे कड़े परिश्रम के लिए तैयार रहना होगा।
भारत ने दो दिन में मैच समाप्त कर रचा इतिहास, फाइनल की उम्मीदें कायम