बर्मिंघम। भारतीय कप्तान विराट कोहली ने इंग्लैंड के खिलाफ आईसीसी विश्वकप मुकाबले में मिली हार के बाद एजबस्टन की शार्ट बाउंड्री पर सवाल खड़े किए हैं।
विराट ने मैदान के एक तरफ की बाउंड्री 59 मीटर होने पर सवाल खड़े किए हैं जिस तरफ इंग्लैंड के सलामी बल्लेबाजों ने ज्यादा से ज्यादा रन जोड़े थे। हालांकि उन्होंने भारत की हार की वजह बाउंड्री को नहीं बताया है।
उल्लेखनीय है कि शनिवार को मैदान पर भारतीय टीम के कोचिंग स्टाफ रवि शास्त्री, संजय बांगड़ और भरत अरुण ने शाॉर्ट बाउंड्री देखने के बाद ग्राउंडमैन से बात की थी। हालांकि टूर्नामेंट का मेजबान होने के नाते पिच और ग्राउंड के हालात आईसीसी तय करता है।
इंग्लैंड ने रविवार को भारत के खिलाफ पहले बल्लेबाजी करते हुए धुआंधार प्रदर्शन किया और भारत को 338 रन का मजबूत लक्ष्य दिया था। इंग्लैंड की ओर से सलामी बल्लेबाज जॉनी बेयरस्टो में तूफानी खेलते हुए 111 रन बनाए।
बेयरस्टो ने अपनी पारी में छह छक्के जड़े जिनमें से पांच छक्के उन्होंने शार्ट बाउंड्री की तरफ मारे थे। इसके बाद बेन स्टोक्स ने भी शॉर्ट बाउंड्री पर स्पिन गेंदबाज कुलदीप यादव की गेंद पर रिवर्स खेलते हुए छक्का मारा था।
चहल इस मुकाबले में काफी मंहगे साबित हुए। उन्होंने 10 ओवर में बिना कोई विकेट लिए 88 रन लुटाए। विराट लगातार चहल को समझाते रहे कि वह लाइन में गेंदबाजी करें और बल्लेबाज को शॉर्ट बाउंड्री की तरफ शॉट नहीं खेलने दें।
मैच के बाद विराट ने कहा कि ऐसी पिच पर हमारा पहला अनुभव था और हालात थोड़े अलग थे।” विराट ने कहा कि स्पिनरों पर दबाव था। हालांकि उन्होंने स्वीकार किया कि भारतीय गेंदबाजों ने सही जगह गेंदबाजी नहीं की।
पार्ट टाइम गेंदबाज केदार जाधव को गेंदबाजी नहीं देने के मुद्दे पर विराट ने कहा कि मुझे नहीं लगता कि जब बल्लेबाज 59 मीटर की बाउंड्री पर रिवर्स स्वीप से छक्का मार रहा है तो हमें अन्य स्पिन गेंदबाज से गेंदबाजी कराने की जरुरत थी। इंग्लैंड ने अच्छी गेंदबाजी की लेकिन एक शॉर्ट बाउंड्री के कारण रन रोकना आसान नहीं था।