नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड क्रिकेटरों के डोप टेस्ट राष्ट्रीय डोपिंग रोधी एजेंसी के तहत कराने के लिए तैयार हो गया है लेकिन पूर्व भारतीय सलामी बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग का मानना है कि क्रिकेटरों को नाडा के पता ठिकाना नियम को लेकर गहरी आपत्ति होगी।
नजफगढ़ के नवाब के नाम से मशहूर पूर्व विस्फोेटक बल्लेबाज सहवाग ने बुधवार को ‘द सेलेक्टर एप’ लांच करते हुए कहा कि डोप टेस्ट कोई नई बात नहीं है। पहले भी क्रिकेटरों के डोप टेस्ट होते रहे है। हमने घरेलू क्रिकेट में डोप टेस्ट कराए हैं, आईपीएल में डोप टेस्ट कराए हैं इसलिए यह कोई नई बात नहीं है।
सहवाग ने कहा कि मुझे लगता है कि डोप टेस्ट में भारतीय क्रिकेटरों को पता ठिकाना नियम पर आपत्ति हो सकती है। हम आईसीसी को कैसे बताएंगे कि अगले एक-दो साल में हम कब और कहां रहेंगे। यदि मैं कोई स्थान बता दूं और फिर मैं वहां ना मिलूं तो यह तो नियम का उल्लंघन ही हो जाएगा। इसलिए मैं कह रहा हूं कि इस नियम पर क्रिकेटरों को आपत्ति हो सकती है।
उन्होंने कहा कि अभी तक मौजूदा क्रिकेटरों में से किसी ने इस नियम को लेकर कुछ नहीं कहा है। यह बात अभी तक आईसीसी, नाडा और बीसीसीआई के बीच ही चल रही है। उल्लेखनीय है कि बीसीसीआई क्रिकेटरों के डोप टेस्ट नाडा के तहत कराने पर हाल ही में तैयार हो गया था।
युवा बल्लेबाज पृथ्वी शॉ को डोपिंग में विफल रहने के बाद आठ महीने का प्रतिबंध लगने पर बीसीसीआई ने यह कदम उठाया था। इससे पहले तक बीसीसीआई क्रिकेटरों के डोप टेस्ट के लिए इंकार करता रहा था और खिलाड़ियों की सबसे बड़ी आपत्ति पता ठिकाना नियम को लेकर ही थी।