जबलपुर | किसान क्रांति सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष व पाटीदार समाज के नेता हार्दिक पटेल ने आज कहा कि वे व्यवस्था परिवर्तन करना चाहते हैं और मध्यप्रदेश में किसानों को जागरूक करने के लिए दो चरणों में यात्रा निकलेंगे।
आज यहां संवाददाताओं से चर्चा के दौरान पटेल ने कहा कि वे विरोध की राजनीति नहीं करते है, समाधान के लिए लड़ रहे है। किसान को अपनी मेहनत का फल नहीं मिल रहा और युवा बेरोजगार है। उन्होंने कहा कि वे किसी पार्टी के विरोधी या समर्थन नही है बल्कि व्यवस्था परिवर्तन चाहते है। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र के विदर्भ व मराठबाड़ा के बाद किसानो ने सबसे अधिक आत्महत्या कृषि क्षेत्र में कई पुरस्कार पाने वाले मध्यप्रदेश में की है। प्रदेश में किसानों को सही मुआवजा तथा फसल के सही दाम नहीं मिल रहे। उन्होंने कहा कि वे भी किसान के बेटे हैं और सच की लड़ाई लड़ रहे हैं।
उन्होंने आरोप लगाया कि मंदसौर में राहुल गांधी की आमसभा में शहीद किसानों के परिजनों को शासन व प्रशासन ने जाने नही दिया। मध्य प्रदेश पूरी तरफ से कृषि पर आधारित है और उन्होंने किसानों की समस्या के संबंध में मुख्यमंत्री को तीन बार पत्र लिखे पर एक का भी जवाब नहीं आया। जबलपुर के पनागर में पहले उन्हें सभा की अनुमति नहीं दिए जाने के मामले में उन्होंने कहा कि जिले की कलेक्टर व पुलिस अधीक्षक लगातार गृह विभाग से संपर्क में थे और आमसभा की अनुमति प्रदान नहीं करना चाहते थे।
उन्होने बताया कि किसान क्रांति सेना प्रदेश में दो चरणों में यात्रा निकालते हुए किसानों को जागरूक करने का कार्य करेंगी। पहली यात्रा 14 दिन तथा दूसरी यात्रा 17 दिन की होगी। यात्रा 140 विधानसभा क्षेत्र में जायेगी तथा 52 आमसभा का आयोजन किया जायेगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव में जीत उसकी होगी जो किसान व युवा को साथ में लेकर चले। मध्यप्रदेश में इस वर्ष के अंत मे विधानसभा चुनाव होने हैं। आगामी चुनाव के मद्देनजर सभी दलों की तैयारियां शुरू हो गई हैं।