सबगुरु न्यूज-सिरोही। जिला चिकित्सालय की बदहाली का एक और नजारा रविवार को सामने आया। ये नजारा ऐसा था कि प्रशासन ही नहीं सरकार को भी शर्मिंदा कर दे।
एक मरीज पर्ची काउंटर से पर्ची लेकर चिकित्सालय में घुसा, लेकिन कैरम बोर्ड के स्टाइकर की तरह तुरन्त ही एक विजिटिंग कार्ड लेकर बाहर आया और उस पर लिखे पते के बारे में लोगों से पूछने लगा। यहां लगे सीसीटीवी कैमरों से इस तरह की अव्यवस्था पर भी नजर नहीं रखी जा पा रही है। प्रशासन को स्मार्ट व्यवस्था देने का यहां कोई औचित्य नजर नही आता दिख रहा है।
-आखिर कौन चला रहा है इस तरह का नेक्सस?
जिला चिकित्सालय में एक छोटे बच्चे को दिखाने आये अभिभावक को पर्ची मिल गई। पर्ची लेकर वो जिला चिकित्सालय में घुसा तो सही, लेकिन उसके बच्चे को उपचार नहीं मिल सका।
अभिभावक कुछ ही देर में लौटा तो उसकी पर्ची खाली थी, लेकिन दूसरा हाथ भरा हुआ था। उसमें एक विजिटिंग कार्ड था। ये विजिटिंग कार्ड उसी श्रेणी के एक विशेषज्ञ का था जिस श्रेणी के ओपीड़ी में वो दिखाने के लिए आये थे।
अभिभावक से पूछा कि ये विजिटिंग कार्ड क्यों लाये तो बोले कि मशीन नहीं होने के कारण उसे यहां जाने को कहा है। सवाल ये है कि आखिर जिला चिकित्सालय में उपचार की जगह विजिटिंग कार्ड थमाने वाले इस नेक्सस को कोई बाहरी व्यक्ति चला रहा है या चिकित्सालय के भीतर के ही कार्मिक।
सवाल ये भी है कि ऐसी कौनसी मशीन है जो जिला चिकित्सालय में नहीं हैं लेकिन सिरोही जैसी छोटे से शहर में ही दूसरी जगह है और क्या इस मशीन की आवश्यकता सम्बंधित विभाग ने चिकित्सालय प्रशासन को दी या नहीं।
– चेम्बर खाली घर के बाहर लाइन
जिला चिकित्सालय में जो विजिटिंग कार्ड नेक्सस चल रहा है शायद उसी की परिणीति है कि यहां पर जिन कक्ष के बाहर ओपीडी में लोग नहीं दिखते उनके घरों के बाहर मरीजों की कतार दिख जाती है।
अनुशासन का अभाव का हाल ये है कि लंबे अर्से से कुछ कक्ष तो ओपीडी के समय में भी इनके जमावड़े और कांफ्रेंस का स्थान बन चुके हैं। फिर यहां गप गजट में लगे चिकित्सा स्टाफ के चेम्बर के बाहर मरीज इंतजार में हलकान होते रहें इनकी बला से।