नई दिल्ली। दूरसंचार क्षेत्र में जारी गलाकट प्रतिस्पर्धा से टक्कर के लिए आइडिया सेलुलर और वोडाफोन इंडिया के विलय के लिए सरकार की मंजूरी मिल चुकी है और इसके लिए लगभग सभी औपचारिकतायें भी पूरी हो गई है और शीघ्र ही विलय वाली कंपनी ‘वोडाफोन आइडिया लिमिटेड’ नाम से परिचालन शुरू करेगी।
आइडिया सेलुलर ने सोमवार को जारी तिमाही वित्तीय लेखाजोखा में कहा कि वोडाफोन इंडिया लिमिटेड और वोडाफोन माबाइल सर्विसेस लिमिटेड का आइडिया में विलय को दूरसंचार विभाग की मंजूरी मिल गई है और वह विलय प्रक्रिया के अंतिम चरण में है।
उसने कहा कि विलय वाली कंपनी वोडाफोन आइडिया लिमिटेड के नाम से संचालन करेगी और वह 40.8 करोड़ ग्राहकों के साथ देश की सबसे बड़ी और दुनिया की दूसरी बड़ी दूरसंचार कंपनी होगी। उसने कहा कि दोनों कंपनियां अभी इंफ्रास्ट्रक्चर शेयरिंग के तहत काम कर रही है और 66 हजार टेलीकॉम टॉवरों पर शेयरिंग की जा रही है।
उल्लेखनीय है कि उद्योगपति मुकेश अंबानी की दूरसंचार कंपनी रिलायंस जियो के सेवा प्रारंभ करने के बाद शुरू हुयी गलाकट प्रतिस्पर्धा की वजह से भारतीय दूरसंचार क्षेत्र को भारी आर्थिक दबाव का सामना करना पड़ रहा है। इसकी वजह से कई छोटी कंपनियाें का पहले की दूसरी कंपनियों में विलय हो चुकी है या बंद हो चुकी है।
वोडाफोन और आइडिया सेलुलर का विलय इस उद्योग के लिए बड़ी घटना है। उम्मीद की जा रही है कि अगले कुछ वर्षाें में भारतीय दूरसंचार बाजार में विलय एवं अधिग्रहण का बोलबाला रहेगा और तीन या चार ऑपरेटर ही बच पाएंगे।